शिमला: डीजल पर वैट बढ़ाए जाने को लेकर भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर हमला कर रही है और इसे सरकार का जनविरोधी फैसला करार दे रही है. इस पर मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा है कि पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में महंगाई में 5 वर्ष तक निरंतर बढ़ती रही, तब भाजपा को इसकी चिंता नहीं थी. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने ईंधन और खाद्य पदार्थों की दरों से आम जनता को परेशान करने के नित नये रिकार्ड कायम किए.
नरेश चौहान ने प्रदेश में डीजल की दरों पर विपक्षी नेताओं के वक्तव्य पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हिमाचल में डीजल के दाम पड़ोसी राज्यों की तुलना में सबसे कम हैं. नरेश चौहान ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में डीजल का मूल्य 86 रुपये प्रति लीटर है. इसके विपरीत पंजाब में डीजल की कीमत 87.31 रुपये, हरियाणा में 90.80 रुपये, जम्मू-कश्मीर में 86.83 रुपये और उत्तराखंड में 90.20 रुपये प्रति लीटर है. पड़ोसी राज्यों की तुलना में हिमाचल प्रदेश में प्रति लीटर डीजल की दरें औसतन तीन रुपये कम हैं. (Principal Media Advisor to CM Sukhu) (Naresh Chauhan on BJP)
सत्ता हाथ से जाने के बाद कर रहे हैं स्तरहीन राजनीति: नरेश चौहान ने कहा है कि भाजपा नेता सत्ता के हाथ से जाने के बाद अब सिर्फ विरोध के लिए स्तरहीन राजनीति कर रहे हैं. भाजपा के नेता केवलमात्र अपना अस्तित्व कायम रखने के लिए नाकाम कोशिशें कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य में डबल इंजन की सरकारों का दम भरने वाले भाजपा नेता जनता को यह भी स्पष्ट करें कि इनके कार्यकाल में घरेलू गैस सिलेंडरों की दरों में दोगुने से भी अधिक बढ़ोतरी कैसे हुई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस सरकार जन-हितैषी सरकार है और जनकल्याण व सामाजिक सरोकार पर विशेष अधिमान के साथ कार्य कर रही है. पूर्व भाजपा सरकार की नीति और नीयत से तंग आकर ही जनता ने उन्हें घर का रास्ता दिखाया है. (Naresh Chauhan on Diesel rate in Himachal)
नरेश चौहान ने कहा कि अब विपक्ष के नेता सिर्फ सुर्खियां बटोरने के लिए अनाप-शनाप बयानों का सहारा ले रहे हैं, मगर प्रदेश की जनता उनके इन हथकंडों से भली-भांति परिचित है. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के हर फैसले और निर्णय पर कटाक्ष करने के बजाय विपक्ष के नेता संयम बरतें और अपनी गलतियों और नीयत को सुधारने के लिए सकारात्मक सोच के साथ कार्य करें.
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