शिमला: प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अनाडेल को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जिला में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की कायाकल्प योजना के तहत तीसरी बार श्रेष्ठतम आंका गया है.
भवन व अन्य संरचनाओं का निर्माण करना भले ही सरकार का दायित्व हो, लेकिन उसका रख-रखाव व सहजता की जिम्मेदारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अनाडेल में तैनात कर्मचारियों ने बखूभी निभाई है
स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सा अधिकारी, ऑपथेलेमिक अधिकारी, फार्मासिस्ट, स्टाफ नर्स, लैब टैक्नीशियन, सेवादार, सफाई कर्मचारी सहित सात कर्मचारी तैनात हैं. प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की चिकित्सक अधिकारी डाॅ. मधु मैतान ने बताया कि इस केन्द्र में एक दिन की ओपीडी 100 अथवा 100 से अधिक आंकी गई है. इसके अलावा रोगी की ड्रैसिंग, स्टीचिज और छोटे ऑपरेशन का काम भी इसमें नियमित तौर पर किया जाता है.
गर्भवती महिलाओं और बच्चों का टीकाकरण महीने के पहले और तीसरे शुक्रवार को किया जाता है. प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में तबदील कर दिया गया है. स्वास्थ्य केन्द्र के तहत सभी प्रकार के लैब टैस्ट जिसमें खून, पेशाब व अन्य जांच की जाती है.
हर वीरवार व शनिवार को आंख की पूर्ण जांच के अतिरिक्त नियमित तौर पर ईसीजी जांच भी की जाती है. प्रत्येक मंगलवार को लेबोटरी टेस्ट की सुविधा उपलब्ध रहती है. महिला व पुरूषों के लिए 5 बिस्तर के अलग-अलग वार्ड की सुविधा उपलब्ध है.
कूड़ा प्रबंधन का रखा जाता है खास ख्याल
कूड़ा प्रबंधन के लिए अलग-अलग कूड़ेदानों का प्रयोग करते हुए इसे पीएचसी के अंदर ही अलग किया जाता है. प्लास्टिक के दस्ताने, इंजेक्शन लाल, सुईयां सफेद, कांच नीले व पट्यिां पीले कचरे के डब्बे में डाल कर जैव कचरा प्रबंधन के प्रति जिम्मेदारी का निर्वहन किया जाता है.
इस प्राथमिक केन्द्र की खास बात यह है कि इसमें उच्च रक्त चाप, मधुमेह और अन्य मरीजों की जांच की जाती है और उनके आंकड़े ऑनलाइन रखने के साथ-साथ मरीजों को टेली परामर्श की सुविधा भी दी जाती हैै.