शिमला: पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि शिमला के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कार्यो में पैसों का दुरुपयोग हुआ है. शिमला में एक प्रेस कांफ्रेस में विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भाजपा स्मार्ट सिटी के नाम पर वोट मांग कर लोगों को गुमराह रही है, जबकि हकीकत में इसके पैसे का दुरुपयोग किया गया है. उन्होंने कहा कि संजौली-आईजीएमसी स्मार्ट पाथ और संजौली के फुटओवर ब्रिज सहित कई कार्यों की लागत बढ़ाई गई. उन्होंने कहा कि पूर्व शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज की अगुवाई में यह काम हुआ है, नगर निगम में कांग्रेस के आने पर सरकार इसकी जांच करवाएगी.
'केंद्र से पैसा लाने में कामयाब रही सरकार':विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि बीजेपी पहले यह कहती थी कि हिमाचल में उसकी सरकार न होने पर केंद्र से हिमाचल को कोई पैसा नहीं मिलेगा, इसके विपरीत कांग्रेस सरकार केंद्र सरकार से कई प्रोजेक्ट मंजूर करवाने में कामयाब रही है. शिमला के लिए 1546 करोड़ का रोपवे मंजूर करवाया गया है, पीडब्ल्यूडी के तहत केंद्र से कांग्रेस हजारों करोड़ रूपए सरकार ले आई है. फोरलेन भूमि अधिग्रहण मुआवजे के लिए केंद्र सरकार से तीन माह में रिकार्ड 1600 करोड़ रुपए हिमाचल को मिले हैं. हिमाचल को नाबार्ड से करीब नाबार्ड की पहली किश्त 102 करोड़ के 25 रोड मंजूर हुए हैं और 15 और सड़कों के लिए वित्तीय सहायता मिलने वाली है. इस तरह पूर्व जयराम ठाकुर की सरकार के ज्यादा पैसा इस सरकार ने केंद्र से अपने इस छोटे से कार्यकाल में ले लिया है.
'केंद्र से हिमाचल के लिए पैसा न देने का बीजेपी नेता डाल रहे दवाब': विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जिस तरह से केंद्र सरकार ने हिमाचल की सरकार को कई प्रोजेक्ट दिए हैं, वह बीजेपी के कुछ नेताओं को रास नहीं आ रहा. ये नेता कुछ समय पहले केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मिले. हालांकि कहने के लिए यह नेता अनुराग ठाकुर को धन्यवाद करने के लिए गए थे, लेकिन अंदर खाते वे हिमाचल को पैसा न देने की बात गए गए. इस तरह भाजपा के नेता नकारात्मक भूमिका निभा रहे हैं.
'मैच्योर लीडर का परिचय दें जयराम':विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर के हिमाचल सरकार के संबंध में दिए जा रहे ब्यानों पर विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि उनको जनता ने विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया है, यह उनका स्वीकार कर लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि उनको एक जिम्मेवार और मैच्योर लीडर का परिचय देना चाहिए. हिमाचल सरकार के संबंध में दिए जा रहे ब्यान उनको शोभा नहीं देते.