ठियोग: सरकारी सुविधाओं को जन जन तक पहुंचाने के लिए सरकार लाखों करोड़ों का बजट खर्च करती है, जिससे लोगों को सरकार की तरफ से मिलने वाली सुविधाओं को दिया जा सके. साथ ही जनता भी उनकी समस्याओं को घर द्वार पर निपटाने और सभी सरकारी लाभ उन तक पहुंचने की चाह रखती है.
वहीं, सरकार ने लोगों को घर द्वार पर सभी शिकायतें निपटाने के लिए जनमंच कार्यक्रम रखा है, जिस पर लाखों खर्च किये जाते हैं. इसका मकसद है कि लोगों को किसी सरकारी कार्यालय के चक्कर न काटने पड़े. इसी के तहत कोरोना संकट के बाद अब फिर से जनमंच शुरू हो गए हैं.
जिला शिमला का जनमंच इस बार ठियोग उपमंडल की केलवी ग्राम पंचायत में रखा गया है. इसमें विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे, लेकिन इससे पहले इस जनमंच में शामिल होने वाली सभी पंचायतों में उपमंडल स्तर पर जनमंच आयोजित किए जा रहे हैं.
इसी के तहत गुरुवार को ग्राम पंचायत भराना और धार कंदरू में प्री जनमंच का आयोजन किया गया. सुबह भराना में आयोजित जनमंच में 20 विभागों के अधिकारियों ने आना था, लेकिन आधे विभाग नहीं आए. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधान कृष्ण लाल शर्मा ने की और लोगों को अपनी समस्याओं को विभाग के सामने रखने को कहा. इस कार्यक्रम में महिलाओं ने अधिकतर भाग लिया, जबकि पुरुषों की संख्या न के बराबर रही.
विभाग के सामने महिलाओं ने पीने के पानी, डिपुओं में मिलने वाला नमक और गैस सिलेंडर की समस्या को रखा, जिसका मौके पर ही समाधान किया गया. वहीं मझरना गांव के नंदलाल वर्मा और गडली गांव से धर्मप्रकाश शर्मा ने अपनी पानी और बिजली की समस्या को विभाग के सामने रखा, जिसका अधिकारियों ने समाधान करने का भरोसा दिया है.
भराना के प्रधान कृष्ण लाल शर्मा ने सरकार का जनमंच के लिए आभार जताया. उन्होंने कहा कि विभाग खुद लोगों की समस्या सुनने के लिए आया है, लेकिन साथ ही इस कार्यक्रम में पुरुषों के न आने से दुख हुआ. कृष्ण लाल शर्मा ने कहा कि अक्सर ग्राम सभाओं में मुद्दे उठाने वाले लोग नहीं आए, जबकि इस कार्यक्रम में सभी विभागों से किसी भी काम के न होने का जवाब मांगा जा सकता था.
ये भी पढ़ें:8 नवंबर को मंडी में सजेगा जनमंच, पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर करेंगे अध्यक्षता