शिमला:एनपीएस कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रहे प्रदीप ठाकुर हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष चुने गए हैं. शिमला में हुए चुनावों में प्रदीप ठाकुर को कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष चुना गया. इस दौरान कर्मचारियों में जश्न का माहौल देखने को मिला. प्रदीप ठाकुर ने महासंघ के अध्यक्ष बनने पर कहा कि 99 फीसदी कर्मचारी उनके साथ हैं और जो बाकी हैं, उनको भी वे साथ लेकर चलेंगे.
प्रदीप ठाकुर इससे पहले प्रदेश में एनपीएस कर्मचारियों की लड़ाई का नेतृत्व करते रहे हैं और उनकी अगुवाई में कर्मचारियों ने पूर्व की जयराम सरकार के समय में ओल्ड पेंशन का बड़ा आंदोलन लड़ा. इसके बाद राज्य में सत्तासीन सरकार ने ओल्ड पेंशन बहाल की. इस तरह प्रदीप ठाकुर को एनपीएस कर्मचारियों का पूरा समर्थन मिला और वे कर्मचारी नेता के रूप में उभरे.
आज शिमला में उनको अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ का अध्यक्ष सर्वसम्मति से चुना गया. इससे पहले ब्लॉक और जिला स्तर की चुनाव प्रक्रिया पहले ही संपन्न हो गयी थी. अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के चुनाव में विभिन्न जिलों से आए प्रतिनिधियों ने भाग लिया. विभागीय इकाइयों के प्रतिनिधि भी चुनाव का हिस्सा बने. इसके अलावा अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के सदस्य और विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने भी चुनाव प्रक्रिया के दौरान अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई.
हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कर्मचारियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि जो विश्वास कर्मचारियों ने जताया है, उस पर खरा उतरने का वे पूरा प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि जिस पेंशन बहाली की मांग को सब असंभव कहते थे, उसी मांग को कर्मचारी हितेषी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूरा कर दिया तो कर्मचारी की छोटी-मोटी मांगों का निपटारा भी समय रहते हो जाएगा.
प्रदीप ठाकुर ने कहा प्रदेश के 99 फीसदी कर्मचारी उनके संगठन के साथ जुड़ चुके हैं और जो शेष बच्चे हैं उन कर्मचारियों को भी साथ लेकर चलने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की कई मुद्दे है, जिनको हल करने के लिए वे काम करेंगे. उन्होंने कहा कि स्केल का मुद्दा अभी सेटल नही हुआ है. एचआरए या वित्त से जुड़े ऐसे मुद्दे हैं जो अभी रिवाइज नहीं हुए है. इन सब मुद्दों पर जल्द कार्य करेंगे. उन्होंने कहा जल्द ही बैठक कर सभी मुद्दों पर मंथन होगा और कर्मचारियों और पदाधिकारियों के सुझावों के साथ लेकर वे आगे बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि जो महासंघ पर सवाल उठा रहा है, वह अपनी जमीन तलाशने के प्रयास कर रहे हैं. मुख्यमंत्री का आशीर्वाद उनके साथ है. वह यह मान कर चल रहे हैं कि उन्हें मान्यता मिल गयी है और आज से ही महासंघ अपना कार्य प्रारंभ कर देगा.
ये भी पढ़ें:Shimla Tourism: दिल्ली में G20 समिट के चलते शिमला पहुंचे पर्यटक, गुलजार हुई पहाड़ों की रानी