शिमला:ऊपरी शिमला में फल फूल रहे नशे के कारोबार को रोकने के लिये ठियोग पुलिस कई प्रयास कर रही है. पुलिस ने इसके लिये पंचायत स्तर पर कमेटियों का गठन किया है. नशे के खिलाफ शुरू किए गए इस अभियान के तहत रविवार को भी पुलिस ने एक बैठक का आयोजन किया, जिसमें पुलिस के जवानों समेत जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए.
इस दौरान लोगों ने सरकार द्वारा सस्ती की गई शराब को लेकर सवाल उठाए. स्थानीय लोगों का कहना है कि खाने पीने की चीजें महंगी हो रही है और सरकार शराब को सस्ती कर रही है. ऐसे में नशे के ऊपर रोकथाम कैसे लग सकती है.
बासा ठियोग पंचायत उप प्रधान अंकित वर्मा ने कहा कि ऊपरी शिमला में साइबर क्राइम के मामले बढ़ रहे हैं. इसे रोकने के लिए पुलिस के साथ मिलकर काम किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार नशे के कारोबार करने वालों पर कड़ी करवाई नहीं करती, जिससे वो दोबारा उसी काम मे फिर लग जाते हैं. सरकार चरस और अफीम को वैध करना चाहती है, और चिट्टे के आरोपियों को जमानत पर रिहा कर देती है. इससे लोगों में निराशा है और सरकार इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाती.