शिमला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 अक्तूबर को मनाली में अटल टनल रोहतांग का उद्घाटन किया. इस टनल के उद्घाटन के बाद 6 महीने देश से पूरी तरह कटने वाले लाहौल स्पीति के लोग अब पूरे साल देश के दूसरे भागों से जुडे़ रहेंगे. वहीं, अटल टनल रोहतांग का उद्घाटन करने से पहले पीएम मोदी के टविटर हैंडल से एक के बाद एक कई ट्वीट किए गए.
एक ट्वीट में कहा गया कि अटल टनल भारत के बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर को नई ताकत देने वाली है. यह विश्वस्तरीय बॉर्डर कनेक्टिविटी का जीता-जागता प्रमाण है. यह देश की सुरक्षा और समृद्धि, दोनों के लिए बहुत बड़ा संसाधन है.
अपने एक ट्वीट में उन्होंने अटल टनल को गेम चेंजिंग इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट बताया. उन्होंने कहा कि अटल टनल कई लोगों की मदद करेगा. इससे विशेष रूप से कृषि और पर्यटन के क्षेत्र में लोगों को आर्थिक लाभ होगा.
वहीं, एक ट्वीट में उन्होंने कनेक्टिविटी से तेज विकास होने की बात कही. ट्वीट में कहा कि कनेक्टिविटी का देश के विकास से सीधा संबंध होता है. ज्यादा से ज्यादा कनेक्टिविटी यानि उतना ही तेज विकास. बॉर्डर एरिया में तो कनेक्टिविटी सीधे-सीधे देश की रक्षा जरूरतों से जुड़ी होती है, लेकिन इसे लेकर जैसी गंभीरता और राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत थी, वैसी दिखाई नहीं गई थी.
हिमाचल प्रदेश के लोगों का जीवन आसान बनाने के लिए सड़क, बिजली जैसी मूल जरूरतों के साथ-साथ मोबाइल और इंटरनेट कनेक्टिविटी भी बहुत जरूरी है. सरकार का निरंतर प्रयास है कि सामान्य मानवी की परेशानी कम से कम हो और उसे उसके हक का पूरा लाभ मिल सके.