शिमला: बीजेपी शासित शिमला नगर निगम अपने कार्यकाल के ढाई साल पूरे करने जा रही है. 17 दिसम्बर को नगर निगम को नया महापौर ओर उप महापौर मिलेगा.ढाई साल के कार्यकाल को कांग्रेस ने निराशाजनक करार दिया है. पीसीसी चीफ कुलदीप राठौर ने नगर निगम पर शहर की जनता को मायूस करने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा जिस तरह प्रदेश सरकार दो सालों में पूरी तरह से असफल रही है उसी तरह शिमला नगर निगम भी शहर की जनता की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई है.
MC के ढाई साल के कार्यकाल को कांग्रेस ने बताया निराशाजनक, कहा: नहीं हुआ कोई काम
नगर निगम शिमला के ढाई साल के कार्यकाल को कांग्रेस ने निराशाजनक करार दिया है. पीसीसी चीफ कुलदीप राठौर ने नगर निगम पर शहर की जनता को मायूस करने के आरोप लगाए हैं.
राठौर ने कहा नगर निगम में कांग्रेस के शासनकाल मे हुए कार्यों के अलावा शहर में कोई नया काम नहीं हो पाया है. शहर में ट्रैफिक की समस्या से लोग परेशान हैं. शहर में नई पार्किंग तक नहीं बना पाई है, जो पार्किंग कांग्रेस ने बनाई थी उन्हीं का उद्घाटन नगर निगम करवा रहा है.
शिमला को स्मार्ट सिटी में शामिल किया गया था, लेकिन अभी तक इसके तहत कोई काम शुरू नहीं हो पाया है. शहर की जनता को मूलभूत सुविधाएं भी नगर निगम मुहैया नहीं करवा पाया है.बता दें कि नगर निगम 20 दिसंबर को अपने कार्यकाल के ढाई साल पूरे करने जा रहा है. इन ढाई सालों के लिए कुसुम सदरेट को मेयर ओर राकेश शर्मा को डिप्टी मेयर बनाया गया था. वहीं, अब 27 दिसंबर को दोबारा से चुनाव होने हैं. इसके लिए कांग्रेस और भाजपा अपने उम्मीदवार उतारेगी. वोटिंग के जरिए ये चुनाव होंगे. हालांकि निगम में बीजेपी के पास बहुमत है. निगम के 34 पार्षदों में से बीजेपी के 21 पार्षद है.