रामपुर/शिमला: जिला शिमला के रामपुर में बाहरी राज्यों से आए पेंटरों को दत्तनगर की गौशाला में क्वारंटाइन किया गया है. गौशाला में क्वारंटाइन किए गए इन मजदूरों को बिना बिजली के गोबर के बीच रहने को मजबूर होना पड़ रहा है. वहीं, दत्तनगर पंचायत की प्रधान ने पंचायत में क्वारंटाइन की सुविधा न होने के बारे में एसडीएम रामपुर को सूचित किया है. इसके बावजूद एसडीएम की ओर से इस बारे में कोई जवाब नहीं आ पाया है.
यूपी से आए पेंटर ने बताया कि वह 6 दिन पहले यहां यूपी से आए थे. इसके बाद पुलिस के पास अपना पंजीकरण करवाया गया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें दत्तनगर पंचायत भेजा. यहां पर पंचायत प्रधान ने उनके रहने की कोई व्यवस्था नहीं की.
पेंटरों ने बताया कि वह पहले भी दत्तनगर पंचायत में ही रहते थे, लेकिन लॉकडाउन के बाद वह अपने घर यूपी चले गए थे, जिसके बाद अब वापस काम पर लौटने पर यहां गौशाला में क्वारंटाइन किया गया है. उन्होंने कहा कि इस गौशाला में ना तो पानी की व्यवस्था है और ना ही बिजली की कोई व्यवस्था है. उन्हें मजबूरन यहां गोबर के बीच गौशाला में रहना पड़ रहा है.
मजदूर ने कहा कि एक मुंशी ने यहां पर खाने की व्यवस्था की है. मुंशी उनके खाने- पीने का सामान गौशाला में पहुंचा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मजदूर होने के कारण ही यहां के लोग हमारे साथ इस तरह का व्यवहार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे रामपुर में कई सालों से काम कर रहे हैं लेकिन आज उनके साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है.