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अब हिमाचल सचिवालय से खरीदिए आर्गेनिक सब्जियां, हफ्ते में दो दिन जैविक खाद से पैदा सब्जियां मिलेंगी

हिमाचल सचिवालय में सोमवार और गुरूवार को आर्गेनिक सब्जियां बेची जाएंगी. इस पायलेट प्रोजेक्ट के सफल होने पर ये आउटलेट रोज काम करेगा. ग्रामीण विकास विभाग के निदेशक ललित जैन ने बताया कि यह सब्जियां स्वयं सहायता समूह द्वारा प्राकृतिक तरीकों को अपना कर तैयार की गई हैं.

organic vegetable is available in himachal secretariat

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Published : Nov 19, 2019, 9:04 PM IST

शिमला: हिमाचल सरकार के गलियारे में अब लोग आर्गेनिक सब्जियां खरीद सकेंगे. गोबर की खाद व गोमूत्र, नीम आदि की मदद से पैदा की गई ये सब्जियां सचिवालय में हफ्ते में दो दिन मिलेंगी. राज्य सचिवालय शिमला में आर्गेनिक सब्जियों का आउटलेट खोला गया है.

ये आउटलेट हिमाचल सरकार के ग्रामीण विकास विभाग ने हिमाचल प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एचपीएसआरएलएम) के तहत शुरू किया है. इसमें ग्रामीण क्षेत्रों के स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) द्वारा उगाई जाने वाली जैविक सब्जियों की बिक्री होगी. पहले ही दिन छह हजार से अधिक रुपयों की सब्जियां बिकीं. सचिवालय में पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर खोली गई यह दुकान सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुली रहेगी.

सचिवालय में बिक्री के लिए रखी आर्गेनिक सब्जियां.

यहां पर सोमवार और गुरूवार को आर्गेनिक सब्जियां बेची जाएंगी. इस पायलेट प्रोजेक्ट के सफल होने पर ये आउटलेट रोज काम करेगा. ग्रामीण विकास विभाग के निदेशक ललित जैन ने बताया कि यह सब्जियां स्वयं सहायता समूह द्वारा प्राकृतिक तरीकों को अपना कर तैयार की गई हैं. उन्होंने कहा कि जिला शिमला के बसन्तपुर खंड के गांव घैणी में हिमालय के नाम से स्वयं सहायता समूहों के 30 सदस्यों ने ये सब्जियां उगाई हैं.

इन किसानों को प्राकृतिक खेती अभियान के तौर पर हिमाचल प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन प्रशिक्षण गतिविधियों के अन्तर्गत स्वयं सहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. यह उपज बिना कीटनाशकों के उपयोग और गाय के गोबर और गोमूत्र के साथ नीम आदि के उपयोग से तैयार की गई है.

हिमाचल प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को कृषि विभाग के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसके अतिरिक्त इन समूहों को उच्च किस्म के बीज और अन्य कृषि उपकरण खरीदने के लिए पांच लाख रुपये तक की राशि प्रदान कर रहा है. इस समूह की चार महिलाओं को चिन्मया संगठन ग्रामीण विकास विभाग धर्मशाला ने 10 दिन का आवासीय प्रशिक्षण दिया है. इस प्रशिक्षण को पूरी तरह से ग्रामीण विकास ने प्रायोजित किया है.

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