शिमला: बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में विपक्ष ने कोरोना वायरस को लेकर हंगामा किया. विपक्ष ने नियम 67 के तहत कोरोना वायरस को लेकर चर्चा की मांग की, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष को चर्चा का समय नहीं दिया. जिस पर विपक्ष ने सदन में नारेबाजी शुरू की और नारेबाजी करने के बाद सदन से वॉकआउट किया.
विपक्ष ने सरकार पर कोरोना वायरस को लेकर गंभीर न होने के आरोप लगाए. विपक्ष ने कहा कि प्रदेश पर्यटन स्थल है जहां बाहर से बड़ी संख्या में सैलानी हर रोज आते है, लेकिन उनकी जांच का कोई इंतजाम नहीं किया गया. हवाई अड्डो पर जांच का प्रबंध नहीं है.
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि दुनिया भर में कोरोना वायरस को लेकर हाहाकार मचा हुआ है, लेकिन हिमाचल सरकार इसको लेकर गंभीर नही है. बिलासपुर से बीते दिन एक कोरोना वायरस का संदिग्ध आईजीएमसी लाया गया ,लेकिन अस्पताल में दो घंटे तक उस मरीज को उतारने के लिए कोई डॉक्टर तक तैयार नही था. काफी देर तक उसे एम्बुलेंस में ही रखा गया. इसको देखकर सरकार की तैयारियों का अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस बीमारी से निटपने के सरकार ने क्या इंतजाम किए है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने अभी तक कोरोना वायरस को लेकर कोई एडवाइजरी जारी नहीं की न ही अस्पतालों में मास्क ओर मामले आने पर किस तरह से निपटना है इसको लेकर कोई तैयारी नहीं की है. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष पर भी एकतरफा कार्यवाही के आरोप लगाए. इसको लेकर विपक्ष जल्द बैठक कर फैसला भी लेगा.