शिमला: कई ऐतिहासिक बैठकों की गवाह रही पहाड़ों की रानी शिमला एक बड़ी राजनीतिक बैठक का आयोजन करेगी. यह बैठक देश के विभिन्न राजनीतिक दलों की होगी जो मौजूदा समय में केंद्र में विपक्ष में हैं. सभी दल शिमला में होने वाली इस महाबैठक में केंद्र की मोदी सरकार को उखाड़ने के लिए रणनीति बनाएंगे. बिहार के पटना में विपक्षी दलों की हुई बैठक में इसका ऐलान किया गया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसका ऐलान किया. सभवतः यह बैठक 10 से 12 जुलाई के बीच शिमला में होगी.
केंद्र की मोदी सरकार से सत्ता से बाहर करने के लिए विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं: अगले साल होने वाले चुनावों से पहले सभी दलों ने मिलकर रणनीति बनानी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में आज एक बैठक विपक्ष दलों की बिहार की राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर बैठक की. इसमें करीब 15 दलों के बड़े नेता शामिल हुए. इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम सभी मिले. एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने के लिए कॉमन एजेंडा तैयार करने पर चर्चा हो रही है. अगली बैठक शिमला में होगी. 12 जुलाई या किसी और दिन बैठक होगी, अगले कुछ दिनों में यह तक कर लेंगे. हर राज्य में अलग-अलग तरीके से चलना होगा. हर स्ट्रेटजी हर राज्य में नहीं चलेगी. एक होकर 2024 की लड़ाई हम लोगों को लड़ना है. हम जरूर कामयाब होंगे.
हिमाचल में बनेगा मोदी सरकार को हराने का ब्लू प्रिंट: शिमला में प्रस्तावित बैठक में केंद्र की मोदी सरकार को हराने का ब्लू प्रिंट तैयार किया जाएगा. इस बैठक में विपक्षी दलों का संयोजक भी चुना जाना है. इसके अलावा सभी विपक्षी दल एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम को लेकर भी इसमें मंथन कर सकते हैं.
कांग्रेस ने बीजेपी को हिमाचल में किया बाहर:कांग्रेस ने हिमाचल में बीजेपी को सत्ता से बाहर किया है, जिसका अन्य राज्यों को भी एक संदेश गया है. इसके बाद कर्नाटक में भी कांग्रेस ने जीत दर्ज की. शायद यही वजह है कि सभी विपक्षी दल शिमला में बैठक कर केंद्र सरकार के खिलाफ संयुक्त रणनीति तैयार करेंगे. अब सभी विपक्ष पहाड़ों की रानी में अगले लोकसभा चुनावों को लेकर बड़ी रणनीति बनाएंगे.