शिमलाःहिमाचल प्रदेश की जीडीपी में पर्यटन का 7 फीसदी हिस्सा है. कोरोना की पहली लहर के समय लड़खड़ाता पर्यटन कारोबार दूसरी लहर के साथ धड़ाम हो गया. सामान्य सालों में हिमाचल प्रदेश में औसतन 1.75 करोड़ पर्यटक हिमाचल का दीदार करने पहुंचते थे, लेकिन साल 2020 में कोरोना की वजह से यह आंकड़ा महज 32.30 लाख रह गया. कोरोना की दूसरी लहर के समय तो हालत और खराब हुए और हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों की आमद की संख्या 20 लाख पर जा पहुंची. साल 2021 में अप्रैल महीने तक 13.20 लाख जबकि मई-जून में 7 लाख पर्यटक हिमाचल पहुंचे.
कोरोना की वजह से पर्यटन क्षेत्र को बड़ी मार
देश भर में कोरोना की वजह से वित्त वर्ष 2020-21 में होटल इंडस्ट्री को 1.30 लाख रूपए का नुकसान हुआ. हिमाचल प्रदेश की जीडीपी में 7 फीसदी हिस्सा रखने वाले पर्यटन कारोबार पर भी बुरा प्रभाव पड़ा. प्रदेश की बड़ी आबादी का हिस्सा पर्यटन के जरिए अपनी रोजी-रोटी कमाता है. हिमाचल में टैक्सी संचालन, रॉक क्लाइंबिंग, पैराग्लाइडिंग, राफ्टिंग, ट्रैकिंग, स्केटिंग, माउंटेन बाइकिंग, फोटोग्राफी, घुड़सवारी और टूर एंड ट्रेवल्स का काम करने वाले लोगों का गुजर-बसर पर्यटन कारोबार के भरोसे ही चलता है. कोरोना की वजह से पर्यटन के साथ जुड़े छोटे कारोबारियों को बुरी तरह प्रभावित किया. हालात इस कदर खराब हो गए थे कि इन लोगों के सामने दो वक्त की रोटी का संकट भी पैदा हो गया था, लेकिन अब धीरे-धीरे व्यवस्था पटरी पर लौटने के साथ कारोबार चल रहा है.