शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पीजी कोर्सेज में प्रवेश परीक्षाएं करवाने की मांग छात्र संगठनों की ओर से प्रदर्शन किए जा रहे हैं. इसी मांग को लेकर आज एनएसयूआई ने भी एचपीयू कैंपस में धरना प्रदर्शन किया.
एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने एचपीयू कुलपति के कार्यालय में प्रवेश करने का भी प्रयास किया, लेकिन सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मचारियों ने उन्हें कार्यालय में जाने से रोक दिया जिसके बाद गुस्साए एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने कुलपति कार्यालय के बाहर ही धरना प्रदर्शन किया.
छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए एचपीयू कैंपस ने पुलिस बल के साथ ही क्यूआरटी टीम भी तैनात कर दी गई है. कुलपति कार्यालय का गेट भी बंद रखा गया है. यही वजह है की जब छात्रों को कुलपति कार्यालय के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है तो छात्र कुलपति कार्यालय के बाहर ही धरना प्रदर्शन किया जा रहा है.
एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने भी आज कुलपति कार्यालय के बाहर ही धरना प्रदर्शन किया. एचपीयू कुलपति के खिलाफ नारेबाजी यहां एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने की और कहा कि कुलपति यूजीसी के नियमों का हवाला देकर अपनी मनमर्जी कर रहे हैं और पीजी कोर्स की परीक्षाएं नहीं करवा रहे हैं.
एनएसयूआई के पूर्व कैंपस प्रेजिडेंट और एनएसयूआई के प्रदेश प्रवक्ता वीनू मेहता ने कहा कि पीजी कोर्स में प्रवेश के लिए एचपी को प्रवेश परीक्षाएं करवानी चाहिए, जबकि एचपीयू मेरिट के आधार पर छात्रों को पीजी कोर्स में प्रवेश दे रहा है जो सही नहीं है. एचपीयू ने प्रवेश परीक्षाओं के नाम पर छात्रों से करोड़ों रुपए लिए हैं और अब प्रवेश परीक्षा ना करवाकर बड़ा फर्जीवाड़ा करने जा रहा है.
इसी के साथ कुलपति अपना तानाशाही रवैया अपना रहे हैं और छात्रों की मांगों को ना सुनते हुए उनकी आवाज को दबाने के लिए पुलिस बल का सहारा लिया जा रहा है. स्कूली छात्रों को जबरन कुलपति कार्यालय से बाहर खेल रही है और कुलपति छात्रों की बात नहीं सुन रहे हैं जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा उन्होंने कहा कि एचपीयू जब तक पीजी कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा नहीं करवाता है अपने आंदोलन को जारी रखेगी.