शिमला: प्रदेश में कोरोना संक्रमित मृतकों के अंतिम संस्कार में संवेदनहीनता की घटनाएं सामने आने के बाद प्रदेश सरकार ने इसके लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं. शहरी क्षेत्रों में नगर आयुक्त और ग्रमीण क्षेत्रों में बीडीओ को नियुक्त किया गया है, ताकि मृतक के परिवार को कोई असुविधा न हो.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि संबंधित जिले के उपायुक्त यह सुनिश्चित करेंगे कि कोविड-19 के मरीजों के शोक संतप्त परिजनों को मृतक के अंतिम संस्कार में जिला प्रशासन का पूरा सहयोग और सहायता मिले. शहरी क्षेत्रों में संबंधित नगर आयुक्त, शहरी स्थानीय निकायों के कार्यकारी अधिकारी और सचिव नोडल अधिकारी होंगे. इन अधिकारियों को अस्पतालों से समन्वय बनाकर कार्य करना चाहिए. साथ ही मृतक व्यक्ति के अन्तिम संस्कार के लिए पीपीई किट, डेड बाॅडी बैग, डिसइन्फेक्टेंट, सैनिटाइजर, वेस्ट डिस्पोजेबल बैग आदि संसाधन प्रदान करने चाहिए.
ग्रामीण क्षेत्रों में विकास खंड अधिकारी होंगे नोडल ऑफिसर
जयराम ठाकुर बोले कि ग्रामीण क्षेत्रों में इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए खण्ड विकास अधिकारी अपने संबंधित क्षेत्रों में नोडल अधिकारी होंगे. उन्होंने कहा कि अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को पर्याप्त पीपीई किट, डेड बाॅडी बैग, डिसइन्फेक्टेंट, सैनिटाइजर, वेस्ट डिस्पोजेबल बैग आदि प्रदान किए जाएंगे, ताकि प्रोटोकाॅल के अनुसार अंतिम संस्कार हो सके. उन्होंने कहा कि खण्ड विकास अधिकारियों को अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, पंचायतों, पंचायत सचिवों और पटवारियों के साथ समन्वय से कार्य करना चाहिए, ताकि मृतक के अंतिम संस्कार में शोक संतप्त परिवारों को कोई असुविधा न हो. उन्होंने बताया कि मृतक के अंतिम संस्कार से संबंधित सभी मुद्दोें के निवारण के लिए नोडल अधिकारियों को उचित संचार और सूचना माध्यमों को सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है.