शिमला: राजधानी शिमला में निर्जला एकादशी को बड़ी ही श्रद्धा भाव से मनाया गया. शहर में जगह-जगह पर मीठे ओर ठंडे पानी की छबीले लगाई गई. इन छबिलों पर लोगों को मीठा ठंडा पानी पिलाया गया. पानी पिलाने के साथ ही फल भी इस दिन पर खास रूप से बांटे गए. पूरे बाजार में जहां जगह-जगह यह छबीले लगाई गई. इसके अलावा माल रोड पर भी जहां तहां यह छबीले लगाई गई और शरबत बांटने के साथ ही लोगों को फल बांटे गए.
निर्जला एकादशी: राजधानी में जगह-जगह लोगों ने पिलाया आने-जाने वालों को मीठा पानी
राजधानी में हर साल निर्जला एकादशी पर इस तरह की छबीलें शहर में लगाई जाती हैं. इस बार भी इसी तरह का आयोजन शिमला में जगह जगह किया गया. अलग-अलग संस्थाओं ओर व्यवसायियों की ओर से यह छबीले शहर में लगाई गई और लोगों को शरबत, पानी, तरबूज, आइसक्रीम, कुल्फी बांटी गई.
राजधानी में हर साल निर्जला एकादशी पर इस तरह की छबीलें शहर में लगाई जाती हैं. इस बार भी इसी तरह का आयोजन शिमला में जगह जगह किया गया. अलग-अलग संस्थाओं ओर व्यवसायियों की ओर से यह छबीले शहर में लगाई गई और लोगों को शरबत, पानी, तरबूज, आइसक्रीम, कुल्फी बांटी गई. माल रोड बिजनेस एसोसिएशन के सदस्य ने बताया कि मालरोड पर जितनी भी दुकानें है उन सब के कारोबारियों ने मिलकर निर्जला एकादशी पर मालरोड पर जगह-जगह छबीले लगाई जहां लोगों को मीठा पानी ओर फल बांटे गए.
बता दें कि निर्जला एकादशी को भीमसेन एकादशी भी कहा जाता है. इस दिन उपवास रखने की भी मान्यता है. मान्यता है कि यही एक दिन है जब भीम ने उपवास रखा था जिसके चलते इस दिन को अब निर्जला एकादशी के रूप में मनाया जाता है. इस दिन मीठे पानी का दान करने से इंसान को दोहरा फल मिलता है. इस दिन पर उपवास करने वाले भगवान विष्णु की आराधना करते हैं जिससे खुश हो कर भगवान मनोकामना पूरी करते हैं.