शिमला: अब आपको अपने घर के पास ही प्राकृतिक खेती उत्पाद फल-सब्जियां मिल जाएगी. शिमला में ‘प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना’ के तहत सब्जी ऑन व्हील की शुरुआत की गई है. जिसकी वजह से आपको अपने मोहल्ले में ही केमिकल फ्री फल सब्जियां मिल जाएंगी, जो आपके और आपके परिवार के सेहत के लिए काफी फायदेमंद साबित होंगी. बागवानी विभाग के सचिव सी. पालरासू ने शिमला सचिवालय से इस योजना की शुरुआत की. इस दौरान सचिवालय में भी सब्जियां बिक्री के लिए रखी गई.
राजधानी शिमला में घर के आसपास ही केमिकल मुक्त फल-सब्जी और अन्य उत्पाद मिलेंगे. ‘प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना’ के तहत शिमला में इसकी शुरुआत की गई है. इसके लिए पायलट आधार पर मोबाइल वैन की व्यवस्था की गई है. जिसके जरिये शहर भर में लोगों को सब्जी मुहैया करवाई जाएगी. शुरुआत में इस पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चलाया जाएगा. पायलट प्रोजेक्ट को सफलता मिलने पर इसे प्रदेश भर में शुरू किए जाने की योजना है.
शिमला में सब्जी ऑन व्हील की शुरुआत हिमाचल प्रदेश सचिवालय, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय परिसर और कृषि भवन में प्राकृतिक खेती उत्पाद उपलब्ध करवाए जाएंगे. पायलट आधार पर शहर से सटे तीन विकास खंड बसंतपुर, टुटू और मशोबरा के किसानों द्वारा प्राकृतिक खेती विधि से तैयार फल-सब्जी व अन्य उत्पाद इस वैन के माध्यम से उपलब्ध करवाए जाएंगे.
घर के पास मिलेंगी केमिकल फ्री फल-सब्जियां "साल 2018 में इस योजना की प्राकृतिक उत्पाद से जुड़ी योजना की शुरुआत की गई थी. सरकार के निर्देश पर नए पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की जा रही है. इससे जनता में जागरूकता लाने की भी कोशिश होगी. सब्जी ऑन व्हील के जरिए मार्केट रेट पर ही उपभोक्ताओं को यह प्राकृतिक सब्जियां उपलब्ध हो सकेंगी. शुरुआत में हफ्ते में एक बार यह गाड़ी मोहल्ले में आएगी. विभाग को उम्मीद है कि यह पायलट प्रोजेक्ट सफल होगा और धीरे-धीरे प्रदेश भर में लोग इस योजना को पसंद करेंगे.":- सी. पालराससू सचिव बागवानी विभाग
सी. पालराससू ने बताया कि प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के तहत राज्य सरकार प्राकृतिक खेती के उत्पादों को बाजार मुहैया करवाने एवं किसानों के कल्याण के लिए काम कर रही है. प्रदेश में दो लाख से किसान प्राकृतिक खेती अपना चुके हैं और 24,000 हैक्टेयर से अधिक भूमि पर इस विधि से कृषि-बागवानी कर रहे हैं. किसान अपना उत्पाद बेच सकें, इसके लिए अलग-अलग जिलों में सात किसान-उत्पादक कंपनियां भी खोली गई हैं.