शिमला:केंद्र सरकार के राष्ट्रीय मौद्रिकरण पाइपलाइन के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है और अलग-अलग राज्यों में नेताओं को भेज कर इसका विरोध किया जा रहा है. वहीं, कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता रागिनी नायक शुक्रवार को शिमला पहुंची. जहां पत्रकार वार्ता कर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा.
रागिनी नायक ने कहा कि पीएम मोदी ने चुनावों के समय कहा था कि में देश नहीं बिकने दूंगा, लेकिन अब देश की संपत्तियों को बेचने लग गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने राष्ट्रीय मौद्रिकरण पाइपलाइन (एनएमपी) के तहत ग्रेट इंडिया सेल लगा दी है और अगले 50 वर्ष तक देश की संपत्ति निजी हाथों में जाने वाली है. केंद्र की मोदी सरकार ने सात साल में देश में कोई राष्ट्रीय संपत्ति नहीं बनाई. इसके विपरीत कांग्रेस द्वारा 70 साल में खड़े किए गए सार्वजनिक उपक्रमों और अन्य राष्ट्रीय संपत्तियों को मौजूदा सरकार बेचने पर तुली है. इसके जरिए मोदी सरकार अपने चंद चहेते उद्योगपतियों को लाभ देने में लगी है.
केंद्र की मोदी सरकार देश की जनता की गाढ़ी कमाई को निजी हाथों में सौंपने का काम कर रही है. पीएम मोदी के दावे और वादे खोखले साबित हुए हैं और आज देश की विरासत पर हमला बोला जा रहा है. उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानून बाद में बने, लेकिन निजी उद्योगपतियों को गोदाम पहले बनने लग गए और इससे केंद्र सरकार की कार्यप्रणाली को समझा जा सकता है.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मोदी सरकार बिना स्टेक होल्डर्स से बात किए देश की संपत्ति को बेच रही है और बिना किसी नियम के ही सारा कार्य हो रहा है.पीएम मन की बात तो करते हैं, लेकिन जनता से कोई चर्चा नहीं करना चाहते. रागिनी ने एनएमपी का जिक्र करते हुए कहा कि देश के नामी अर्थशास्त्री भी इस कदम को गलत बता रहे हैं, लेकिन कोई सुन नहीं रहा. उन्होंने कहा कि सार्वजनिक उपक्रमों के निजी हाथों में जाने से वहां काम करने वाले एससी और एसटी वर्ग को मिला आरक्षण भी समाप्त हो जाएगा और लाखों लोग बेरोजगार होंगे.