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'क्लीन इंडिया ग्रीन इंडिया' पर कुसुम्पटी स्कूल में नेशनल साइंस कांग्रेस का आयोजन, बच्चों ने दिखाए मॉडल - Clean India Green India

क्लीन इंडिया ग्रीन इंडिया के विषय को लेकर स्कूली बच्चों ने अपने मॉडल के माध्यम से सिटी और विलेज को किस तरह से स्मार्ट बनाया जा सकता है. यह अपने मॉडल के माध्यम से दर्शाया.

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Published : Oct 15, 2019, 7:53 PM IST

Updated : Oct 15, 2019, 10:36 PM IST

शिमला: कुसुम्पटी स्कूल में हो रहे नेशनल साइंस कांग्रेस में छात्रों ने क्लीन इंडिया ग्रीन इंडिया पर अपने मॉडल तैयार कर शामिल किए है. इनमें से बेहतर मॉडल का चयन राज्य स्तर की प्रतियोगिता के लिए किया जाएगा.

क्लीन इंडिया ग्रीन इंडिया के विषय को लेकर स्कूली बच्चों ने अपने मॉडल के माध्यम से सिटी और विलेज को किस तरह से स्मार्ट बनाया जा सकता है. यह अपने मॉडल के माध्यम से दर्शाया. कसुम्पटी स्कूल में आयोजित नेशनल साइंस कांग्रेस में भाग ले रहे गवर्नमेंट सीनियर सेकंडरी बॉयज स्कूल रोहड़ू के छात्रों ने मॉडल के माध्यम से सड़क हादसों पर किस तरह से रोक लगाई जा सकती है. इसके बारे में दर्शाया है.

यह मॉडल एडवांस्ड टाउन प्लानिंग को लेकर है. इसमें अल्ट्रासोनिक सेंसर के माध्यम से छात्रों ने एक ऐसी टेक्नोलॉजी को इजात किया है जो लिंक रोड पर सामने से आने वाले वाहन की स्पीड और किसी भी मूविंग ऑब्जेक्ट को डिडेक्ट कर लाइट जनरेटर कर दूसरी गाड़ी को इसकी जानकारी देगा.

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इसके साथ ही मॉडल में होम ऑटोमेशन को भी दिखाया है. इसमें एक फोन के माध्यम से कोई भी व्यक्ति घर से दूर होने पर भी घर में किसी तरह के एलेक्ट्रिक एप्लाइंसेस और लाइट के जले होने की जानकारी देगा. इसके लिए ऑडिनो बोर्ड का इस्तेमाल मॉडल में किया गया है. फोन की मदद से ही घरों की लाइट और किसी भी तरह के एप्लाइंसेस को ऑन ऑफ किया जा सकता है.

कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लक्कड़ बाजार की छात्राओं ने स्मार्ट सिटी और स्मार्ट विलेज को मॉडल में दर्शाया है. स्मार्ट विलेज मॉडल में किसान की फसल, बीज और बारिश में कपड़ों को बारिश में भीगने से बचाने के लिए रेन सेंसर सिस्टम बनाया गया है. इसके साथ ही जंगली जानवरों से फसलों को बचाने के लिए सोलर फेंसिग, सीड प्लांटर भी बनाया है, जिसमें किसान बिना किसी व्यक्ति, ट्रेक्टर और बैल के बीजों की बिजाई कर सकता है.

स्मार्ट सिटी मॉडल में किस तरह से पार्क में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर बच्चों की एनर्जी का इस्तेमाल पौधों की सिंचाई और लाइट जनरेट करने के लिए किया जा सकता है. यह दर्शाया गया है. इसके साथ ही स्मार्ट सिटी में बिजली को बचाने के लिए सड़कों पर जलने वाली स्ट्रीट लाइट्स का ऑटोमेशन किया है. इसमें सड़क पर वाहन के गुजरने पर ही लाइट जलेगी और लगातार स्ट्रीट लाइट्स नहीं जलाई जाएंगी. इससे बिजली की बचत होगी.

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Last Updated : Oct 15, 2019, 10:36 PM IST

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