मैरी कॉम के कोच छोटे लाल यादव रामपुर:नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में देश भर के बॉक्सर जहां अपना हुनर दिखा रहे हैं. वहीं, शुक्रवार को विश्व चैंपियन मैरी कॉम के कोच छोटे लाल यादव भी पहुंचे. इसके अलावा औषधीय गुणों से भरपूर पौष्टिक आहार का स्वाद जगह-जगह से आए खिलाड़ियों के साथ लोग ले रहे हैं. प्रतियोगिता का समापन कल यानी 26 फरवरी को होगा.
बॉक्सिंग के साथ दूसरे खेल भी खेलना चाहिए:विश्व चैंपियन मैरी कॉम के कोच छोटे लाल यादव ने कहा कि युवाओं को बॉक्सिंग के साथ -साथ अन्य खेलों को खेलना चाहिए. उन्होंने कहा कि आज जो बेहतर खिलाड़ी बनता है, उसकी सरकारी नौकरी की संभावना बढ़ जाता है. आज के दौर में ज्यादा पढ़ाई से सरकारी नौकरी नहीं मिल पाती,लेकिन अच्छा खिलाड़ी बनने से नौकरी की पूरी संभावना बन जाती है.
नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप रामपुर में स्थानीय पकवान हिमाचल का युवा मजबूत:उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी राज्य है. यहां का युवा मजबूत है, ऐसे में उन्हें बॉक्सिंग में की तरफ ज्यादा ध्यान देना चाहिए. राज्य सरकार को बॉक्सिंग क्लब और अकडेमी खोलना चाहिए,ताकि युवाओं को कोचिंग के अवसर मिल सके, वहीं उन्होंने रामपुर में हो रही राष्ट्रीय स्तर की बॉक्सिंग चैंपियनशिप की सराहना की. उन्होंने बताया कि जिस तरह से यहां पर व्यवस्था की गई वह विदेशों में देखने को मिलती है.
26 फरवरी को होगा समापन:प्रतियोगिता में देश भर 130 बॉक्सर हिस्सा ले रहे और हिमाचल की टीम में ओलंपिक व एशियाड खिलाड़ी आशीष चौधरी सहित रामपुर के बॉक्सिंग खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. प्रतियोगिता में देश की सबसे बड़ी बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की टीम के साथ हिमाचल, रेलवे, सर्विसेज, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, चंडीगढ़ और अरुणाचल प्रदेश की टीमें भाग ले रही है.चैंपियनशिप का समापन कल यानी 26 फरवरी को होगा. शुभारंभ 23 फरवरी को हिमाचल सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने किया था.
नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप रामपुर में स्थानीय पकवान पकवानों की खुशबू खींच रही खिलाड़ियों को:नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप के दौरान पदम सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने लोकल उत्पाद से बने पकवानों के स्टॉल लगाए हैं. स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का कहना है कि पकवानों में ओगले के आटे से तैयार किए गए पकोड़े, सीडू, कुड़त से तैयार किए गए इंडरे, कोदे व छली के आटे से तैयार की रोटी बनाई जा रही,जो पौष्टिक और औषधीय गुणों वाले होते हैं. दूसके प्रदेश से आए बॉक्सरों के साथ-साथ स्थानीय लोग भी इसका लुत्फ उठा रहे हैं. स्वयं सहायता समुह से जुड़ी महिला भारती शर्मा ने बताया लोगों को जागरूक करने के लिए पारंपरिक खाद्य पदार्थों की स्टाल लगाई गई है, ताकि जंक फूड की जगह पोष्टिक आहार लिया जा सके.