शिमलाः मंडी से सांसद रामस्वरूप शर्मा की दुःखद मौत से प्रदेश भर में गम का माहौल है. विपक्षी दल कांग्रेस ने भी इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है. बताया जा रहा है कि सांसद रामस्वरूप शर्मा अपनी गिरती सेहत के कारण चिंता में थे. उन्हें हृदय रोग था और स्टेंट डले थे. इसके अलावा यूरीनरी ट्रक्ट इन्फेक्शन और पाइल्स की समस्या भी बताई जा रही है. कुछ समय पहले सांसद ने पालमपुर के कायाकल्प संस्थान में पंचकर्म चिकित्सा करवाई थी. भाजपा नेताओं ने उनके गिरते वजन को लेकर चिंता जताई तो उन्होंने बात को टाल दिया था. मंडी आने पर वे मीडिया से जरूर मिलते थे, लेकिन कुछ समय से दूरी बनाई थी. अपनी पत्नी को भी आखिरी कॉल में उन्होंने कहा था कि मुझे सुबह उठा देना.
डिप्रेशन में होते तो टीका न लगवाते
संसद सत्र चल रहा था तो पत्नी ने सोचा कि कहीं सत्र के लिए देरी न हो जाए, इसलिए जल्दी उठाने की बात की होगी. उनके बेटे आनंद स्वरूप का भी कहना है कि सेहत के इश्यू तो थे, लेकिन ऐसे नहीं कि इतना बड़ा कदम उठा लेते. विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री भी इस बात को कह रहे हैं कि सांसद ने 13 मार्च को ही कोरोना का टीका लगवाया था और सभी से वैक्सीन लगवाने का आग्रह भी किया था.
यदि ऐसा होता कि वे बीमारियों से परेशान होकर डिप्रेशन में चले गए हैं तो कोरोना का टीका न लगवाते. उनके मन में जीने की इच्छा थी, तभी तो कोरोना वैक्सीन ली. उधर, शुक्रवार को विधानसभा में भी ये मामला उठा और विपक्ष के नेता ने रामस्वरूप शर्मा की सरलता तथा ईमानदारी की प्रशंसा करते हुए आत्महत्या को लेकर सीबीआई जांच की मांग उठाई.