शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश से हुई तबाही अभी तक जारी है. प्रदेश में भारी बारिश सड़कों, पुलों और पानी की परियोजनाओं सहित लोगों की निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रही है. मानसून से अब तक प्रदेश में 6731 करोड़ का नुकसान आंका गया है. जानकारी के मुताबिक प्रदेश में 8555 परिवारों के आशियाने भी भारी बारिश के बाद आए लैंडस्लाइड और बाढ़ की चपेट में आए हैं. बारिश से संबंधित हादसों में अब तक 231 लोगों की मौत हो चुकी है.
बरसात से करोड़ों का नुकसान:प्राप्त जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश को अब तक बरसात में 6731 करोड़ का नुकसान हुआ है. इसमें पीडब्ल्यूडी को 2129 करोड़ का नुकसान हुआ है. सैकड़ों सड़कों के अलावा 94 पुलों को भी क्षति पहुंची है, जबकि 19 पुल बाढ़ में बह गए. प्रदेश में क्षतिग्रस्त हुई सड़कों को बहाल करने का काम पीडब्ल्यूडी कर रहा है. मगर अभी भी प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 193 सड़कें बंद हैं. इनमें 94 सड़कें पीडब्ल्यूडी शिमला जोन के तहत बंद हैं. जबकि मंडी जोन के तहत 82 सड़कें बंद हैं. कांगड़ा जोन में 15 बंद हैं. हमीरपुर जोन के तहत 1 सड़क बंद है.
जल शक्ति विभाग को 1629 करोड़ का नुकसान: मानसून में अबकी बार पानी की परियोजनाएं भी बड़ी संख्या में क्षतिग्रस्त हुई हैं. जानकारी के मुताबिक जल शक्ति विभाग की करीब 15,389 परियोजनाओं को मानसून में क्षति पहुंची है. इनमें 7829 पेयजल परियोजनाएं हैं, जिनमें से करीब 7791 परियोजनाओं को अस्थाई तौर पर बहाल कर दिया गया है. इसके अलावा सिंचाई की 2074 परियोजनाएं, फ्लड कंट्रोल की 198 व सीवरेज की 122 परियोजनाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. बरसात में लगभग 5166 हैंडपंप क्षतिग्रस्त हुए हैं. जल शक्ति विभाग को मानसून से अब तक करीब 1629 करोड़ का नुकसान आंका गया है.