शिमला:हिमाचल प्रदेश विधानसभा बजट सत्र में (budget session of himachal assembly)मंगलवार को अर्की के विधायक संजय अवस्थी ने सोलन के दाड़लाघाट सीमेंट कंपनियों का मामला ( case of cement companies in the assembly)उठाया. इस दौरान कंपनियों पर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने के आरोप लगाया. अवस्थी ने सरकार के पूछा कि अब तक कितनी बार वायु प्रदूषण का सर्वे करवाया गया और कितने लोगों को रोजगार दिया गया.
जिस पर शहरी मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट में 1195 लोगों को रोजगार प्रदान किया गया, जिनमें से 674 हिमाचली और 521 गैर हिमाचली हैं. अंबुजा सीमेंट प्रबंधन ने कुल 617 लोगों को रोजगार प्रदान किया गया है, जिनमें से 507 हिमाचली मूल के और गैर हिमाचली 110 लोग हैं. दोनों सीमेंट प्लांट में शीर्ष कार्यकारी प्रबंधन में हिमाचल के ढाई सौ लोग है. अंबुजा सीमेंट प्रबंधन में 236 और अल्ट्राटेक में 35 शीर्ष कार्यकारी नियुक्त है.
संजय अवस्थी ने कहा कि स्थापित सीमेंट कंपनियां यहां पर उत्पादन करती और दूसरे राज्यों में सस्ता सीमेंट बेचती है. हिमाचल में महंगा सीमेंट बिकता है. सीमेंट कंपनियों ने आज तक ग्रामीण क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सर्वेक्षण क्यों नहीं करवाया,जबकि इन क्षेत्रों में सीमेंट प्लांट लगे हुए. इन दोनों सीमेंट फैक्ट्रियों के आस पास काफी प्रदूषण फैला हुआ, जिससे लोग बीमारियों से ग्रसित हो रहे. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा इन दोनों सीमेंट फैक्ट्रियों के लिए 11 पैरामीटर तैयार किए गए थे ,जिसमें से किसी का भी पालन यह कंपनियां नहीं कर रही ,प्रदूषण की वजह से लोग अस्थमा जैसी बीमारियों के शिकार हो रहे .