शिमला: राजधानी में आवारा कुतों को गोद लेने वाले लोगों को नगर निगम सम्मनित करेगा. इसके साथ ही नगर निगम ऐसे लोगों को कूड़ा शुल्क माफ करने व येलो लाइन पार्किंग भी मुफ्त में देगा. इससे पहले नगर निगम ऐसे लोगों को कूड़ा शुल्क में 50 फीसदी ही छूट दे रहा था.
इसी कड़ी में 15 लोगों ने आवारा कुत्तों को गोद लेने के लिए आवेदन किया है. कुत्ता गोद लेने के बाद नगर निगम टोकन के साथ कुतो के कान में टैगिंग भी करेगा, जिसमे पूरी जानकारी होगी और नगर निगम भी आसानी से ट्रेस कर सकेगा. निगम ने समाज सेवी संस्थाओं से भी कुतों को गोद लेने के लिए आह्वान किया है.
नगर निगम की महापौर कुसुम सदरेट का कहना है कि कुत्तों को गोद लेने की अपील के बाद काफी लोग आगे आ रहे हैं और इन लोगों को नगर निगम सम्मानित भी करेगा. इसके साथ उन्हें कूड़ा शुल्क माफ करने के साथ ही येलो लाइन पार्किंग भी निशुल्क उपलब्ध करवाएगा. उन्होंने कहा कि कुत्तों को गोद देने के बाद नगर निगम समय समय पर उसकी जानकारी भी लेगा और कुत्ते की सही देरखरेख पर भी नजर रखेगा.
बता दे शहर में 2500 आवारा कुत्ते हैं और शहर में एक हजार के करीब कुत्तों के काटने के मामले सामने आए हैं. शहर में जगह-जगह कुत्ते झुंड बना के घूमते है और कई बार लोगों पर झपट पड़ते है. ऐसे में जहां लोग कुत्तों को गोद लेंगे. वहीं, दूसरी ओर शहर में कुत्तों की संख्या भी कम होगी और कुत्तों को गोद लेने वालों को निगम सुविधाओ में रियायत भी दे रहा है.