शिमला: सोमवार को कांग्रेस नेता मीना चौहान ने भाजपा का दामन थाम लिया. कांग्रेस से टिकट मांग रही मीना चौहान ने भराड़ी वार्ड से टिकट मांगा था,लेकिन वहां से शहरी कांग्रेस अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी को कांग्रेस ने टिकट दिया. उसके बाद भाजपा ने मीना चौहान भाजपा में शामिल हो गई और उन्हें बीजेपी ने भराड़ी वार्ड से मैदान में उतार दिया. मीना चौहान ने भाजपा मुख्यालय दीपकमल चक्कर में भाजपा की सदस्यता ली. इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप और प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल विशेष रूप में उपस्थित रहे.
मीना चौहान कांग्रेस की बड़ी नेता:मीना चौहान कांग्रेस की बड़ी नेताओं में से एक मानी जाती है उनका भाजपा में शमिल होने से कांग्रेस पार्टी को करारा झटका लगा है. मीना चौहान शिमला से विधायक हरीश जनार्था की करीबी है और उनका भाजपा में शामिल होना कांग्रेस पार्टी को यहां नुकसान पहुंचा सकता है. मीना चौहान ने कांग्रेस से टिकट के लिए आवेदन दिया था,लेकिन कांग्रेस से टिकट नहीं मिला.
कम वोट से हारी थी चुनाव:कांग्रेस नेता मीना चौहान का शिमला के भराड़ी वार्ड से नाता रखती हैं और पूर्व में नगर निगम चुनाव 2017 में मीना चौहान निर्दलीय चुनाव लड़ी थी, इसमें वह 20 से कम वोटों से हारी थी. वहीं, इस बार भी मीना चौहान ने कांग्रेस से टिकट की दावेदारी की थी ,लेकिन शहरी अध्यक्ष होने के चलते जितेंद्र चौधरी को टिकट मिला. भाजपा ने मीना चौहान को भराड़ी वार्ड से भाजपा से पार्षद का टिकट दे दिया. अब यहा रोचक मुकाबले की संभावना बन गई है. इस वार्ड से जितेंद्र चौधरी की पत्नी पार्षद थी और अभी तक वर्तमान कांग्रेस प्रत्याशी अच्छे मतों से जीतने का अनुमान लगा रहे थे. वहीं, मीना चौहान को भाजपा का टिकट मिलने से कड़ा मुकाबला होने की बात अब कही जा रही है.
जनता का कांग्रेस से मोहभंग:वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि अभी कांग्रेस पार्टी की सरकार को बने 3 महीने भी नहीं हुए हैं और उनकी गुटबाजी सड़कों पर दिखाई दे रही है. इससे स्पष्ट दिखता है कि कांग्रेस पार्टी से जनता का मोह भंग हो रहा ओर नगर निगम चुनाव में भाजपा जीत दर्ज करेगी.
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