शिमला:राजधानी शिमला में स्थित डेंटल कॉलेज में एनुअल मैगजीन सवालों के घेरे में आ गयी है. मैगजीन में कई गलतियां पाई गई हैं. पहले पन्ने से लेकर आखिरी पन्ने तक गलतियों की भरमार है. यही नहीं मंत्रियों के संदेश में भी भारी गलतियां हैं.
मैगजीन 5 दिसंबर 2019 को गेयटी थियेटर में एक कार्यक्रम के दौरान लॉन्च की गई जिसमें शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार और डेंटल कॉलेज के प्रोफेसर प्रधानाचार्य मौजूद थे, लेकिन किसी ने शायद मोके पर मैगजीन को ध्यान से नहीं पढ़ा और त्रुटिपूर्ण एनुअल मैगजीन को मंत्री के हाथों लॉन्च करवा दिया.
प्रतिवर्ष मैगजीन लॉन्च होने के बाद 1 या दो दिन में ही छात्रों, कर्मचारियों, डॉक्टरों को मैगजीन बांट दी जाती थी, लेकिन इस बार दो महीने बीतने के बाद भी किसी को मैगजीन नहीं बांटी गई. मैगजीन की 2 दिसंबर 2019 को 400 प्रतियां लगभग 2 लाख स्टूडेंट फंड से छपवाईं गई थी. प्रत्येक छात्र को उम्मीद थी कि उनके लेख मैगजीन में छपे हैं और उन्हें भी मैगजीन मिलेगी.