हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

राजधानी शिमला में महाशिवरात्रि की धूम, शिवालयों में गूंजे महादेव के जयकारे

देश-प्रदेश के साथ-साथ राजधानी शिमला में भी महाशिवरात्रि की धूम है. शिमला में लोग इस पर्व को बड़ी धूम-धाम से मना रहे हैं. कोविड-19 की वजह से लंबे समय तक मंदिर बंद रहे और किसी तरह की गतिविधियां मंदिरों में नहीं की गई. इसके बाद मंदिर खोले भी गए तो श्रद्धालुओं को मंदिर के अंदर जाने की अनुमति नहीं थी लेकिन अब सरकार की ओर से सभी तरह की गतिविधियों के लिए मंदिर खोल दिए गए हैं.

Photo
फोटो

By

Published : Mar 11, 2021, 2:16 PM IST

शिमला: प्रदेश भर में आज शिवरात्रि का पर्व बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. राजधानी शिमला में भी इस पर्व की धूम देखने को मिल रही है. शिमला के सभी शिवालयों के बाहर भक्तों की लंबी कतारें नजर आ रही हैं. श्रद्धालु सुबह ही मंदिरों में जलाभिषेक करने के लिए पहुंच गए थे.

महाशिवरात्रि के शिवालयों में खास सजावट

शिमला के सभी शिवालयों को बेहद ही खूबसूरत तरीके से इस खास पर्व के लिए सजाया गया है. फूलों और पत्तों से सुंदर सजावट मंदिरों में की गई है, जो बेहद ही आर्कषक नजर आ रही है. शिमला के सबसे प्राचीन मिडल बाजार के शिव मंदिर के बाहर भी भक्तों की लंबी कतार दर्शनों के लिए लगी रही. शिमला की अलग-अलग जगहों से लोग इस प्राचीन शिव मंदिर में प्रकट स्वयंभू शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए पहुंचे हैं.

वीडियो रिपोर्ट

शिवजी का जलाभिषेक कर चढ़ाया बेलपत्र

भक्तों का कहना है कि भगवान शिव सब्र के देवता है और भक्तों को भी उनके दर्शनों के लिए यही सब्र दिखाना होगा. मंदिर में भगवान शिव की पूजा आराधना कर शिव का जलाभिषेक करने के साथ ही बेल पत्र और दूध-दही चढ़ाया जा रहा है. मंदिर को भी खास तरीके से सजाया गया है.

शिवरात्रि के लिए मंदिर खुलने से भक्त खुश

कोविड-19 की वजह से लंबे समय तक मंदिर बंद रहे और किसी तरह की गतिविधियां मंदिरों में नहीं की गई. इसके बाद मंदिर खोले भी गए तो श्रद्धालुओं को मंदिर के अंदर जाने की अनुमति नहीं थी लेकिन अब सरकार की ओर से सभी तरह की गतिविधियों के लिए मंदिर खोल दिए गए हैं. ऐसे में भक्तों में इस बात को लेकर भी खुशी देखी गई कि वह महाशिवरात्रि के इस खास दिन पर मंदिरों के अंदर जाकर भगवान शिव का जलाभिषेक कर सकते हैं.

150 साल पुराना है मिडल बाजार का शिवालय

मंदिर के पुजारी भगतराम शर्मा का कहना है इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था और उसी की खुशी में शिवरात्रि मनाई जाती है. शिवरात्रि का महत्व रात को है इसलिए रात में मंदिर में विशेष पूजा और जागरण किया जाता है. उन्होंने मंदिर के इतिहास के बारे में बताते हुए कहा कि मंदिर 150 साल पुराना है और यहां स्वयंभू शिवलिंग हैं जिसे बाद में मंदिर बना कर उसमें रखा गया है.

ये भी पढ़ें:सीएम जयराम ने दी महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं, कोविड नियमों के पालन का किया आग्रह

ABOUT THE AUTHOR

...view details