शिमला: वैश्विक महामारी कोरोना ने देश की अर्थव्यवस्था को हिलाकर रख दिया है. छोटा पहाड़ी राज्य हिमाचल भी इससे अछूता नहीं रहा. हिमाचल की अर्थव्यवस्था में पर्यटन की अहम भूमिका है. ये पहली मर्तबा है जब पर्यटन सीजन पूरी तरह से खाली रहा.
हिमाचल में हर साल 15 अप्रैल से समर सीजन की शुरुआत होती है. इस बार लॉकडाउन के चलते प्रदेश में पर्यटकों की आमद शून्य रही. पर्यटन कारोबारियों से लेकर प्रदेश सरकार को इस वजह से कोरोड़ों की चपत लगी. प्रदेश में समर सीजन में हर साल 50 लाख के करीब देशी और विदेशी पर्यटक आते हैं. इस वर्ष ये आंकड़ा शून्य है. सभी होटल, रेस्तरां, बार और पर्यटन से जुड़ी अन्य इकाइयों में सन्नाटा पसरा है. मौजूदा समय में प्रदेश में पर्यटन से जुड़ी करीब 6 हजार इकाइयां बंद हैं.
जानकार बतातें हैं अगर सब ठीक रहा तो टूरिज्म इंड्स्ट्री में आए इस स्लो डाउन को खत्म करने के लिए कम से कम डेढ़ साल का समय लगेगा. ये भी तभी संभव होगा जब प्रदेश सरकार टूरिज्म को लेकर पुरानी नितियों में बदलाव करेगी.