शिमला:पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का कार्यभार संभाला लिया है. जयराम ठाकुर ने पदभार संभालते ही सुक्खू सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि सरकार के एक महीने के कार्यकाल में प्रदेश में अव्यवस्था का आलम हो गया है. उन्होंने कहा कि विपक्ष मुद्दों को लेकर सदन के बाहर व अंदर जोरदार तरीके से अपनी बात रखेगा.
'योजनाओं के नाम बदल रही कांग्रेस':नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पिछली सरकार के निर्णय रद्द करने की जो शुरुआत की वो अच्छी शुरुआत नहीं है. आने वाले समय में पांच साल के फैसले भी रिव्यू किए जा सकते हैं. इस सरकार ने कुछ योजनाओं के नाम बदलने की शुरुआत की है. शिक्षा के क्षेत्र में अटल जी के नाम पर बोर्डिंग स्कूल की जो योजना शुरू की थी उसका नाम बदलकर सरकार अब राजीव गांधी के नाम पर कर रही है, जो स्वस्थ परंपरा नहीं है. नाम बदलकर योजनाएं चलाने का चलन अच्छा नहीं है. उन्होंने कहा कि ओपीएस देना अच्छी बात है लेकिन इसके लिए संस्थानों को बंद करना सही नहीं है. अब मौजूदा सरकार हर विधानसभा क्षेत्र में डे-बोर्डिंग स्कूल राजीव गांधी के नाम पर शुरू कर रही है. जयराम ठाकुर ने कहा कि पूर्व सरकार इस योजना के तहत धर्मपुर में पहले ही स्कूल की शुरुआत भी कर चुकी है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार के यह काम अस्वस्थ परंपरा को जन्म दे रहे हैं.
'जनता पर बोझ डाल रही कांग्रेस': उन्होंने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि डीजल की कीमतों में वृद्धि कर गरीबों पर महंगाई का बोझ डाला गया है. जयराम ठाकुर ने कहा कि कोविड के बावजूद बीजेपी की सरकार ने पूर्व की कांग्रेस सरकार से कम कर्ज लिया. एक तरफ सरकार सरकारी खजाना खाली होने की बात कह रही है तो वहीं, दूसरी ओर 6 सीपीएस बनाए गए हैं और अन्य लोगों को भी कैबिनेट रैंक दिए जा रहे हैं.