शिमला किसान भवन पर भारी लैंडस्लाइड शिमला: हिमाचल में बारिश का दौर भले ही थम गया हो, लेकिन लैंडस्लाइड का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. शिमला शहर में आए दिन लैंडस्लाइड हो रहे हैं. आज सुबह भी ढली स्थित किसान भवन के ऊपर लैंडस्लाइड होने से भारी मलबा और पत्थर आ गिरा. इस दौरान किसान भवन की खिड़कियों से मलबा सीधे कमरों में आ गया. वहीं, इस भूस्खलन की जद में बाहर खड़ी दो गाड़ियां भी आ गई.
शिमला किसान भवन पर भारी लैंडस्लाइड लैंडस्लाइड की वजह से भवन के चार से पांच कमरों को भारी नुकसान हुआ है. ऊपर से मलबा आने से कमरे के भीतर तक पत्थर पहुंच गए. इसके अलावा भवन के साथ पार्क किए दो गाड़िया भी इसकी चपेट में गए. दोनों कार पूरी तरह से मलबे में दब गई. लैंडस्लाइड होने से किसान भवन को खतरा पैदा हो गया है. अभी भी पत्थर गिर रहे हैं.
लैंडस्लाइड की वजह से दो गाड़िया मलबे में दबी गनीमत रही कि दिन के वक्त लैंडस्लाइड हुआ. रात में किसान भवन में पुलिस जवान ठहराए गए हैं, जो सेब सीजन के लिए शिमला के अलग-अलग क्षेत्रों में ट्रैफिक रेगुलेट करने को तैनात किए गए है. भवन को खाली करवा दिया गया है. मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीन मौके पर पहुंची है.
किसान भवन के कमरों में घुसा पत्थर और मलबा स्थानीय निवासी ओम चौहान ने कहा वह रात को यहां पर अपनी गाड़ी पार्क करके गए थे और सुबह देखा तो गाड़ी पर मलबा गिरा था. मलबा गिरने से किसान भवन को भी खतरा पैदा हो गया है. उपर से पत्थर अभी भी गिर रहे हैं. किसान भवन में पुलिस जवानों के अलावा जिला से आने वाले किसान बागवान भी रह रहे हैं. भवन के ऊपर लगे डंगे में दरारें आई है. जिससे इसके कभी भी गिरने की आशंका जताई जा रही है. उन्होंने कहा कि भवन को जल्द से जल्द खाली करना चाहिए. यहां पर कभी भी हादसा हो सकता है. उनकी गाड़ी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है.
ये भी पढ़ें:Houses Cracks in Khatwad village: खतवाड़ में कई घरों में आई दरारें, प्रशासन ने किया मौके का निरीक्षण, गांव डेंजर जोन घोषित