शिमला: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से घोषित जमा दो के परीक्षा परिणाम में इस बार भी टॉप 10 में लड़कियों का दबदबा रहा. लड़कों की अपेक्षा लड़कियों ने इस परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन किया है. राजधानी शिमला के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर की छात्रा कृतिका ने आर्टस संकाय में प्रदेश भर में छठा स्थान हासिल किया है.
बता दें कि मध्यमवर्गीय परिवार से संबंध रखने वाली 17 वर्षीय कृतिका ने जमा दो की परीक्षा में आर्टस संकाय में 94.8 फीसदी अंक हासिल कर छठा स्थान हासिल किया है.
ईटीवी से हुई बातचीत में कृतिका ने बताया कि उन्होंने पढ़ाई का कभी भी स्ट्रैस नहीं लिया. उन्होंने कहा कि वे हर एक विषय को दो घंटे तक का समय देती थी और जो भी शिक्षकों की ओर से क्लास में पढ़ाया जाता था उसे ध्यान से घर जाकर दोबारा से रिवाइज करती थी.
कृतिका का कहना है कि उन्हें वैसे तो इससे भी बेहतर रैंक की उम्मीद थी, लेकिन जो छठा रैंक उन्हें मिला है वे उससे भी संतुष्ट है. कृतिका ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों और बहन के साथ अभिभावकों को दिया है. कृतिका का लक्ष्य आईएएस बनकर देश की सेवा करना है, जिसके लिए उन्होंने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. कृतिका पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियों में भी अव्वल है.
ईटीवी से बातचीत करती कृतिका कृतिका के पिता राजेन्द्र सिंह रावत जो बैंक में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है वो भी अपनी बेटी की इस उपलब्धि से गौरान्वित है. उनकी पांच बेटियां हैं. साथ ही उनकी बेटियां भी अपनी प्रतिभा के दम पर उनका ओर प्रदेश सहित स्कूल का नाम रोशन कर रही हैं. अपनी बेटी की उपलब्धि पर उनका कहना है कि कृतिका सबसे छोटी है, लेकिन उसे जिस तरह से बड़ी बहनें सिखाती हैं वो उस पर अमल करती है.
वहीं, पोर्टमोर स्कूल के प्रिंसिपल नरेंद्र कुमार सूद ने भी कृतिका को प्रदेश भर में आटर्स संकाय में छठा स्थान हालिस करने पर बधाई दी. उन्होंने बताया कि स्कूल का वार्षिक परिणाम 96.63 फीसदी रहा है.