शिमला:प्रदेश के एकमात्र कमला नेहरू अस्पताल के कर्मचारी दूसरों के इलाज करने के चक्कर में खुद ही बीमार पड़ने लगे हैं. इसका कारण है कि कर्मचारी लगातार दो से तीन शिफ्टों में काम कर रहे हैं. 12-12 घंटे तक ड्यूटी देने के बाद भी कर्मचारियों को आराम नहीं मिल रहा है, जिससे अब कर्मचारी मानसिक तौर पर परेशान हो चुके हैं.
स्टाफ किल्लत का असर भी सभी कर्मचारियों पर होने लगा है. एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि तीन माह पहले उन्होंने प्रशासन को इस बारे में एक डिमांड चार्ट दिया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. उनका आरोप है कि प्रशासन की नाकामी के कारण ही स्टाफ मिलने में देरी हो रही है. वहीं, प्रशासन के सरकार को उनकी समस्या से अवगत करवाने पर यहां पर स्टाफ बढ़ सकता है.
एसोसिएशन के पदाधिकारियों के अनुसार केएनएच अस्पताल में स्टाफ नर्सों के 50 पद कम है. इसके अलावा क्लास फोर के भी 60 से 70 पदों की कमी चल रही है. वार्ड आया जो कि बच्चा पैदा होने के बाद डिलीवरी रूम की पूरी सफाई करती है उसके भी 15 से 20 पद कम है. इसके अलावा मैस में भी कर्मचारियों की कमी है. उनका कहना है कि स्टाफ ना होने के कारण अभी तक अस्पताल की नई बिल्डिंग पूरी तरह से शुरू नहीं हो पाई है, जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है.