बागवानों के आढ़तियों ने लूटे 2.17 करोड़, ठियोग-कोटखाई थाने में FIR दर्ज
कोटखाई और ठियोग थाने में किसान संघर्ष समिति ने FIR दर्ज करवाई है. ये एफआईआर समिति ने आढ़तियों के खिलाफ करवाई है. समिति का कहना है कि एपीएमसी और अन्य प्रशासनिक विभागों की लचर कार्यप्रणाली के चलते किसानों व बागवानों के मेहनत की कमाई के करोड़ों रुपये की लूट की गई है.
शिमला: किसान संघर्ष समिति ने मंगलवार को कोटखाई और ठियोग पुलिस थाना में बागवानों के द्वारा सेब के बकाया भुगतान के लिए दोषी आढ़तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. इसमें 51 बागवानों के कुल 2,16,50,690 रुपये बनते हैं. कोटखाई पुलिस स्टेशन में दो एफआईआर दर्ज की गई है जिसमें एक में 27 बागवानों का 1,75,88,409 रुपये का बकाया पिछले 4 साल से एक आढ़ती से लेने हैं और दूसरी में में 4 बागवानों ने 78,134 रुपये दूसरे आढ़ती से लेने हैं.
ठियोग में भी दो एफआईआर दर्ज की गई हैं. एक में 15 बागवानों के लगभग 23,50,000 रुपये एक आढ़ती से लेने हैं और दूसरी में 5 बागवानों ने 16,34,147 रुपये दूसरे आढ़ती से लेने हैं.
किसान संघर्ष समिति के सचिव संजय चौहान ने बताया कि प्रदेश के हजारों किसानों और बागवानों ने अपने उत्पादन के बकाया कई करोड़ों रुपये मंडियों में विभिन्न आढ़तियों से वसूलने हैं. एपीएमसी और अन्य प्रशासनिक विभागों की लचर कार्यप्रणाली से किसानों व बागवानों के मेहनत की कमाई के करोड़ों रुपये की लूट की गई है.
किसान संघर्ष समिति प्रदेश सरकार से मांग की है कि प्रदेश की विभिन्न मण्डियों में किसानों और बागवानों की जा रही इस लूट पर जल्द रोक लगाए और प्रभावित किसानों व बागवानों के दोषी आढ़तियों से बकाया भुगतान के लिए ठोस कदम उठाए. एपीएमसी को जल्द दिशा निर्देश जारी करे कि इस प्रकार की लूट के लिए दोषी आढ़तियों के खिलाफ फौजदारी मुकदमा दायर करें और किसानों व बागवानों के मेहनत की कमाई की लूट पर जल्द रोक लगाए. संजय चौहान ने कहा कि भविष्य में इस लूट को रोकने के लिए और एपीएमसी अधिनियम, 2005 को जल्द लागू करवाने के लिए 22 अप्रैल, 2019 को किसान व बागवान इकठ्ठा होकर एपीएमसी कार्यालय शिमला, ढली के बाहर प्रदर्शन करेंगे.