शिमला: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया है. 78 वर्षीय कलराज मिश्र भारतीय जनता पार्टी का काम वरिष्ठ नेताओं की पहली कतार में शामिल है.
कलराज मिश्र वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की प्रचारक से शुरू हुआ. उनका सामाजिक जीवन राजनीति में राजभवन तक जा पहुंचा. भारतीय जनता पार्टी के मूल रूप से सिपाही और कार्यकर्ता रहे संगठन निर्माण में उनकी अहम भूमिका रही. अब बीजेपी ने उनके योगदान को देखते हुए हिमाचल का राज्यपाल बनाया है.
मूलरूप से गाज़ीपुर जिले के रहने वाले कलराज मिश्र ने अपने सामाजिक जीवन की शुरुआत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में शुरू किया और फिर वह इसके बाद बीजेपी में आ गए. वह यूपी भाजपा के दो बार प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए.
कलराज मिश्र ही ऐसे नेता रहे जिन्हें उत्तर प्रदेश बीजेपी की कमान दो बार उनके हाथों पर सौंपी गई. पहली बार वह 1991 में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए और 1995 तक प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व संभाला. इसके बाद उन्हें 2000 से 2002 तक दोबारा यूपी भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. वे यूपी में बीजेपी की सरकारों में कई महत्वपूर्ण विभागों के कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं.
बीजेपी नेतृत्व ने उन्हें राज्यसभा भी भेजा. कलराज मिश्र दो बार राज्यसभा सांसद के रूप में भी काम किया. इस बीच बीजेपी नेतृत्व ने उन्हें कई राज्यों का प्रभारी भी नियुक्त किया. उत्तर प्रदेश में कलराज मिश्र को लखनऊ पूर्व की विधानसभा सीट से 2012 का विधानसभा चुनाव भी लड़ा था चुनाव जीते और पार्टी के संगठन के कामों को देखते रहे इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी नेतृत्व ने उन्हें देवरिया लोकसभा सीट से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया. वह चुनाव जीते और नरेंद्र मोदी सरकार पार्ट वन में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाकर सूक्ष्म लघु मध्यम विभाग की बड़ी जिम्मेदारी दी गई.
इस बीच नरेंद्र मोदी सरकार में 75 वर्ष का फार्मूला लागू हुआ और उन्हें भी नरेंद्र मोदी सरकार से हटना पड़ा. बीजेपी नेतृत्व ने कई विभागों की संयुक्त समितियों में उन्हें महत्वपूर्ण दायित्व देते हुए चेयरमैन भी बनाने का काम किया. इसके बाद बीजेपी नेतृत्व ने उन्हें हरियाणा व हिमाचल जैसे राज्यों का प्रभारी भी बनाया था. 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी नेतृत्व ने उन्हें स्टार प्रचारक भी बनाया था और उनकी भारी संख्या में जनसभाएं भी उत्तर प्रदेश सहित अन्य चुनावी राज्यों में लगाई गई.
अब बीजेपी नेतृत्व ने कलराज मिश्र के योगदान को देखते हिमाचल जैसे महत्वपूर्ण राज्य का राज्यपाल नियुक्त किया है. वह हिमाचल के भी प्रभारी रहे हैं और हिमाचल प्रदेश बीजेपी नेतृत्व और वहां के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल से उनके बेहद करीबी रिश्ते रहे हैं. बीजेपी सूत्रों का दावा है कि कलराज मिश्र की इच्छा पर ही उन्हें हिमाचल का राज्यपाल बनाया गया है.
'हिमाचल की जनता की सेवा और समस्याएं दूर करना होगी प्राथमिकता'
ईटीवी भारत संवाददाता से फोन पर हुई बातचीत में नवनियुक्त राज्यपाल कलराज मिश्र ने हिमाचल राज्य का राज्यपाल बनाए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का आभार जताया है. उन्होंने कहा कि वह हमेशा से संगठन के हित में काम करते रहे अब बीजेपी ने उन पर भरोसा जताते हुए महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है, जिसका वह इमानदारी पूर्वक निर्वहन करेंगे.
उन्होंने कहा कि हिमाचल राज्य से वह पूरी तरह से परिचित है. उच्च शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार करेंगे और यही उनकी बड़ी प्राथमिकता होगी शैक्षिक कैलेंडर और शैक्षिक सत्र ढंग से शुरू हो दीक्षांत समारोह व उच्च शिक्षा के क्षेत्र में जो भी कमियां उन्हें नजर आएंगे, वह उन्हें दूर करने का प्रयास करेंगे और राजभवन में आम हो या खास हर किसी की पहुंच रहेगी. उन्होंने कहा कि वह अपने दायित्वों का निर्वहन अच्छे ढंग से करेंगे.