शिमला:दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का ताल्लुक हिमाचल प्रदेश से है. हालांकि उनका जन्म पटना (बिहार) में सन 1960 को हुआ. जेपी नड्डा ने बीए और फिर कानून की पढ़ाई यानि एलएलबी यहां से ही की. जेपी नड्डा हिमाचल के बिलासपुर के रहने वाले हैं. (JP Nadda in the Indian Politics )
1978 में छात्र राजनीति में प्रवेश: जेपी नड्डा जेपी आंदोलन से प्रभावित हुए. सन् 1978 में एबीवीपी से जुड़कर छात्र राजनीति शुरू की. वह अपने राजनीतिक करियर में जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, केरल, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के प्रभारी और चुनाव प्रभारी रहे. (JP Nadda in the himachal Politics )
1991 में युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने: जेपी नड्डा 1991 से 1994 के बीच भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे.| उनकी पत्नी मल्लिका नड्डा भी 1988 से 1999 तक एबीवीपी की राष्ट्रीय महासचिव रहीं. 2014 में मोदी सरकार में मंत्री बनने से पहले वह नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह के अध्यक्ष रहते पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रहे. 2012 और 2018 में बीजेपी ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया.(Himachal assembly elections 2022)
हिमाचल में 1993 में पहली बार विधायक: जेपी नड्डा हिमाचल की राजनीति में पहली बार सन 1993 में गृह जिले बिलासपुर से विधायक चुने गए. 1994 से लेकर 1998 तक राज्य विधानसभा में पार्टी के नेता रहे. इसके बाद वह दोबार 1998 में फिर विधायक चुने गए. इस बार उन्हें स्वास्थ्य और संसदीय मामलों का मंत्री बनाया गया.(BJP National President JP Nadda)
धूमल सरकार में मंत्री रहे: 2007 में उन्हें फिर से चुनाव जीतने का अवसर मिला और प्रेम कुमार धूमल की सरकार में उन्हें वन-पर्यावरण, विज्ञान व टेक्नालॉजी विभाग का मंत्री बनाया गया. वर्ष 2010 के पहले तक जगत प्रसाद नड्डा यानी जेपी नड्डा हिमाचल प्रदेश की राजनीति तक सीमित थे. वह प्रेम कुमार धूमल सरकार में वन मंत्री थे | कुछ वजहों से मुख्यमंत्री धूमल के साथ मतभेद बढ़ने पर 2010 में उन्हें वन मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था.(JP Nadda MLA three times in Himachal)
2014 में बीजेपी मुख्यालय कैंपेनिंग की मॉनिटरिंग :2014 के लोकसभा चुनाव के वक्त जेपी नड्डा ने बीजेपी मुख्यालय से पूरे देश में पार्टी की चुनाव कैंपेनिंग की मॉनिटरिंग की. उस वक्त उनका काम कैंपेनिंग में जुटी विभिन्न समितियों से लेकर नेताओं की रैलियों आदि के समन्वय का था. सपा-बसपा गठबंधन के चलते यूपी का लोकसभा चुनाव बेहद अहम और कठिन हो चला था.
2019 में उत्तर प्रदेश प्रभारी: पार्टी ने जनवरी, 2019 में उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाकर भेजा. शाह ने गठबंधन की काट के लिए 50 प्रतिशत वोट शेयर का टारगेट तय किया था. जेपी नड्डा ने अपनी रणनीतियों के दम पर 49 फीसद से अधिक वोट शेयर पार्टी के लिए जुटाने में सफल रहे. नतीजा रहा कि बीजेपी और सहयोगी अपना दल ने कुल मिलाकर 64 सीटें जीत ली.
20 जनवरी 2020 को भाजपा की कमान:जेपी नड्डा को20 जनवरी 2020 को भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. वह भाजपा के 11वें राष्ट्रीय अध्यक्ष बने. वहीं, इसी साल सिंतबर 2022 में जगत प्रकाश नड्डा का कार्यकाल बढ़ाकर 2024 तक किया गया. (JP Nadda became BJP President on 20 January 2020)