सीएम सुखविंदर सिंह से सचिवालय मिलने पहुंचे अभ्यर्थी शिमला: स्टाफ सिलेक्शन कमीशन की फंक्शनिंग कैंसल करने के बाद युवाओं में परीक्षाओं को लेकर संशय पैदा हो गया है. जिन युवाओं ने पहले परीक्षाएं दी हैं उनको डर पैदा हो गया है कि कहीं ये परीक्षाएं रद्द न हो जाए. इसके चलते JOA IT post code 817 और अन्य परीक्षाओं के संकड़ों अभ्यर्थी सीएम से मिलने राज्य सचिवालय पहुंचे.(JOA IT post code 817 candidates)
मार्च 2021 में परीक्षा हुई:उन्होंने पहले की परीक्षाओं को रद्द न करने की गुहार लगाई.पोस्ट कोड 817 भर्ती साल 2020 में विज्ञापित हुई थी. मार्च 2021 को इसकी लिखित परीक्षा हुई. इसके लिए डॉक्यूमेंटेशन इस साल सितंबर को पूरी हुई, लेकिन विवाद के कारण यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट में है. युवाओं का कहना है कि ये भर्ती सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद फाइनल होने पर है. ऐसे में अगर यह रद्द हो जाती तो उनके साथ अन्याय होगा.
कई अभ्यर्थियों की उम्र हो गई ज्यादा: युवाओं का कहना है कि 4 से चली यह भर्ती पूरी नहीं हुई, जिससे कई अभ्यर्थियों की उम्र ढल रही है, कई अभ्यर्थियों की उम्र 45 साल से ज्यादा हो गई ,जो अब किसी दूसरी भर्ती देने के लायक नहीं रहे हैं. युवाओं का कहना है जिस तरह से कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर में घटनाक्रम हुआ. उससे हजारों युवा परेशान हो गए हैं. युवाओं का कहना है कि उन्होंने वर्षों की मेहनत से ये भर्ती पास की है, ऐसे में इस भर्ती को रद्द नहीं किया जाना चाहिए. उनका कहना है की जिन लोगों ने पेपर लीक से परीक्षा पास की है , उनको सजा मिलनी चाहिए.
अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी जाना चाहिए:युवाओं की मांग है कि JOA 817 भर्ती प्रक्रिया को जल्द पूरा किया जाए, इसमें चयनित सभी अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी जाए. उल्लेखनीय है कि स्टाफ सिलेक्शन कमीशन की ओर से JOA IT पोस्ट कोड 727. 903. 817. 939 . 965. 1000. की भर्ती पिछले काफी अरसे से लटकी है. पोस्ट कोड 817 भर्ती मामला सुप्रीम कोर्ट में विवाद के चलते गया है. बता दें कि हिमाचल के हमीरपुर स्थित पेपर लीक मामले में विवादों से घिरे हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग की चयन प्रक्रिया से जुड़े तमाम काम फिलहाल सरकार ने बंद कर दिए हैं. अब आयोग का ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (OSD) का जिम्मा हमीरपुर के ADC जितेंद्र सांजटा को सौंपा गया है. (Himachal Staff Selection Commission) (HPSCC Paper Leak Case)
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