शिमला:राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक डाॅक्टर निपुण जिंदल ने बताया कि प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों के लोगों को उनके घर-द्वार पर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से जीवनधारा योजना चलाई जा रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में जीवनधारा मोबाइल हेल्थ और वैलनेस सेंटर के तहत 10 मेडिकल मोबाइल यूनिट क्षेत्रों में कार्य कर रही हैं, जिनमें बीपी, मधुमेह, विभिन्न कैंसर सहित अन्य बीमारियों से संबंधित विभिन्न प्रकार की जांच की जा रही हैं.
सहायक सिद्ध हो रही मोबाइल मेडिकल यूनिट
मेडिकल मोबाइल यूनिट में सभी आवश्यक दवाइयां और अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं. मिशन निदेशक ने कहा कि जीवनधारा के तहत गर्भवती महिलाओं की जांच सहित ओपीडी सुविधा भी प्रदान की जा रही है. जीवनधारा के तहत 21 मार्च, 2021 तक कुल 18,064 मरीजों की जांच की गई और 9,833 टेस्ट किए गए. उन्होंने कहा कि जीवनधारा मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा कोविड-19 महामारी के दौरान प्रदेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है. जीवनधारा के तहत प्रदेश में मई, 2021 के दूसरे सप्ताह से इन मोबाइल वैन को कोविड-19 के रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए तैनात किया गया है. 30 मई, 2021 तक 7 जिलों में कोविड की जांच के लिए 5,267 रैपिड एंटीजन टेस्ट किए गए. जीवनधारा मोबाइल मेडिकल यूनिट प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों के लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में सहायक सिद्ध हो रही हैं.
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