शिमला: भारी बर्फबारी से राजधानी शिमला समेत प्रदेश के अनेक स्थानों में तीन दिन बीत जाने के बाद भी जनजीवन पटरी पर नहीं लौटा है. प्रदेश में इस कदर जनजीवन प्रभावित होने के बाद अब जाकर प्रदेश सरकार ने स्नो कटर मशीन खरीदने का निर्णय लिया है.
फिलहाल प्रदेश में अभी भी 835 सड़कों पर वाहनों की अवाजाही नहीं हो पा रही है. प्रदेश के पांच एनएच ठप पड़े हैं. राजधानी शिमला समेत ऊपरी शिमला में दूध, ब्रेड और न्यूज पेपर की सप्लाई नहीं हो पा रही है.
राजधानी शिमला की सड़कों में फिसलन के कारण पब्लिक ट्रांसपोर्ट बहाल नहीं हो पाया है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सभी जिलों के उपायुक्तों और सम्बन्धित अधिकारियों को राज्य में हिमपात के कारण बाधित सभी आवश्यक सेवाओं को जल्द बहाल करने के निर्देश दिए हैं.
अस्पतालों और अन्य आवश्यक सुविधाओं के लिए जाने वाली सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर बहाल करने के निर्देश जारी किए गए हैं, जिससे लोगों को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े. मुख्यमंत्री ने राज्य विद्युत बोर्ड के अधिकारियों को विद्युत आपूर्ति बाधित क्षेत्रों में जल्द से जल्द बिजली बहाल करने के निर्देश दिए हैं.
सीएम ने सिंचाई व जन स्वास्थ्य विभाग को बर्फबारी के कारण बाधित जलापूर्ति व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने सभी जिलों उपायुक्तों से पर्यटकों और आम जनता को सावधानी से वाहन चलाने के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश जारी करने को कहा है. वहीं, लोगों से बर्फबारी के दौरान सचेत रहने की अपील की गई है.