शिमला: छोटे पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश पर कर्ज का बोझ लगातार बढ़ रहा है. यदि मौजूदा वित्त वर्ष की बात की जाए तो सरकार ने अप्रैल से जुलाई माह यानी चार महीने की अवधि में 610 करोड़ रुपए का लोन लिया है. अलबत्ता सरकार ने इसी दौरान 1044 करोड़ रुपए का कर्ज लौटाया भी है. विधानसभा के मानसून सत्र में कांग्रेस सदस्यों के सवाल पर ये जानकारी सामने आई.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा व आशा कुमारी के सवाल पर लिखित जानकारी दी. सदन में दी गई जानकारी के अनुसार चार माह में 610 करोड़ रुपए का कर्ज लिया गया. सवाल था कि राज्य सरकार ने इस वर्ष यानी 2020 में जनवरी से लेकर 31 जुलाई तक कितना कर्ज लिया. साथ ही ये भी पूछा था कि केंद्र से वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी की भरपाई के लिए कितना मुआवजा मिला और कितना लंबित है. लिखित जवाब में बताया गया कि वर्ष 2019-20 में वस्तु एवं सेवा कर की भरपाई के लिए केंद्र सरकार ने मुआवजे के रूप में 2477 करोड़ रुपए की धनराशि जारी की.
ये है वित्त वर्ष 2019-20 में कर्ज का लेखा-जोखा
महीना | कुल कर्जा लिया | वापस चुकाया | कितना कर्ज खड़ा हुआ |
जनवरी | 1552 करोड़ | 397 करोड़ | 1155 करोड़ |
फरवरी | 1592 करोड़ | 83 करोड़ | 1509 करोड़ |
मार्च | 1923 करोड़ | 1200 करोड़ | 723 करोड़ |
कुल | 5067 करोड़ | 1680 करोड़ | 3387 करोड़ |