आईजीएमसी में जय हिंद विवाद शिमला:प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल IGMC में जय हिंद बोलने को लेकर विवाद पैदा हो गया है. इस विवाद में एक तरफ आईजीएमसी के सुरक्षाकर्मी हैं और दूसरी तरफ आईजीएमसी के एमएस डॉ. राहुल राव. दरअसल सुरक्षा कर्मियों का आरोप है कि अस्पताल के एमएस द्वारा उन्हें जय हिंद बोलने के लिए मना किया गया जो कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं. वहीं, इन सब आरोपों पर आईजीएमसी प्रशासन भी सामने आया है. खुद अस्पताल के एमएस डॉ. राहुल राव ने इन सभी आरोपों को नकारा है.
सुरक्षा कर्मियों का MS पर ये आरोप: सुरक्षाकर्मी यूनियन के महामंत्री प्रवीण शर्मा ने आरोप लगाया कि एमएस डॉक्टर राहुल राव ने सुरक्षा कर्मियों से कहा है कि जय हिंद नहीं बोलना है. अगर कोई भी उन्हें जय हिंद बोलेगा तो उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाएगा. प्रवीण शर्मा के मुताबिक बीते रविवार को जब सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू आईजीएमसी अस्पताल में रूटीन चेकअप के लिए आए थे. उसी दिन जब सुरक्षा कर्मियों ने एमएस को जय हिंद विश किया तो उन्होंने कहा कि जय हिंद बोलना बंद करें. प्रवीण शर्मा ने कहा कि हिंदुस्तान में रहने के बाद भी अगर कोई जय हिंद बोलने पर रोक लगाए तो ये बेहद निंदनीय है.
प्रवीण शर्मा ने कहा कि वह हिंदुस्तान के नागरिक हैं और अपने देश की जय करना उनका अधिकार और दायित्व है. उन्होंने कहा कि वह तब तक जय हिंद बोलेंगे जब तक उनकी सांस चल रही है. जय हिंद बोलने के लिए उन्हें कोई भी मना नहीं कर सकता. उन्होंने पूरा मामला बताते हुए कहा कि एमएस डॉ. राहुल ने भरी सभा में ये बात कही थी कि उन्हें कोई जय हिंद न बोले. प्रवीण शर्मा ने कहा कि जय हिंद बोलने पर प्रतिबंध लगाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.
MS डॉ. राहुल राव ने आरोपों को नकारा:वहीं, जय हिंद बोलने के लिए मना करने के आरोपों पर खुद MS डॉ. राहुल राव ने बात की और इस आरोप को गलत बताया. उन्होंने कहा कि ऐसा किसी भी सुरक्षा कर्मी को नहीं कहा गया है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा कर्मियों से ये अनुरोध किया गया था कि आप सभी लोगों को व्यवस्था देने के लिए आए हैं. अस्पताल आने वाले लोगों को सहयोग करें और उन्हें गाइड करें. जय हिंद बोलने के लिए किसी को भी मनाही नहीं है.
'बायोमेट्रिक मशीन में सिर्फ सुरक्षा कर्मी ही क्यों हाजिरी लगाए':सुरक्षाकर्मी यूनियन के महामंत्री प्रवीण शर्मा ने अस्पताल प्रबंधन पर ये भी आरोप लगाया है कि अस्पताल में हाजिरी लगाने के लिए बायोमेट्रिक मशीन लगी है जो सिर्फ सिक्योरिटी गार्ड्स के लिए लगाई गई है. अन्य किसी भी स्टाफ के लिए बायोमेट्रिक नहीं है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सभी प्रशासनिक अधिकारी भी बायोमेट्रिक मशीन में ही हाजिरी लगाएं. इस तरह का भेदभाव नहीं होना चाहिए. प्रवीण शर्मा ये भी कहा कि कोविड काल में सभी वर्करों को 1500 रूपये मिले हैं लेकिन सिक्योरिटी गार्ड्स को अभी तक वो पैसा नहीं मिल सका है. एमएस के मुताबिक सुरक्षाकर्मियों से कहा गया है कि हम लोगों की व्यवस्था और सहयोग के लिए हैं, यहां दूर दराज से लोग इलाज के लिए आते हैं उनका सहयोग करें. आप अपनी व्यवस्था के हिसाब से अपनी ड्यूटी करें ना कि किसी अधिकारी या व्यक्ति विशेष के आगे पीछे घूमें. एमएस राहुल राव ने साफ किया कि किसी को भी जय हिंद कहने के लिए मना नहीं किया गया है.
बायोमेट्रिक हाजिरी मामले पर ये बोले MS: वहीं, बायोमेट्रिक हाजिरी मामले पर भी अस्पताल के एमएस डॉ. राहुल राव ने कहा कि नवंबर महीने में हाई कोर्ट द्वारा सभी विभागों को बायोमेट्रिक मशीनों से हाजिरी लगाने के निर्देश हुए हैं उसी के तहत आईजीएमसी अस्पताल में भी यह व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि सुरक्षा कर्मियों को ही बायोमेट्रिक हाजिरी लगाने के लिए कहा गया है. कोई भेदभाव नहीं किया जा रहा है. हाइकोर्ट के निर्देशानुसार आईजीएमसी के सभी डॉक्टर, नर्स, सफाईकर्मी और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी बायोमेट्रिक अटेंडेंस लगा रहे हैं.
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