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Jagat Singh Negi : 'वजन के हिसाब से ही बिकेगा सेब, नियम का उल्लंघन करने वाले आढ़तियों का लाइसेंस करेंगे रद्द'

हिमाचल प्रदेश की मंडियों में आढ़ती हड़ताल पर हैं. ये सभी लोग वजन के हिसाब से सेब खरीद का विरोध कर रहे हैं. वहीं बागवानी मंत्री ने बड़ा बयान देते हुए साफ कहा है कि फैसला वापस नहीं होगा. मंत्री ने आढ़तियों पर भी एक्शन की बात कही है. पढ़ें पूरी ख़बर (jagat singh negi on Arhtiyas strike) (Arhtiyas strike in himachal)

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Published : Jul 20, 2023, 2:22 PM IST

जगत सिंह नेगी
जगत सिंह नेगी

आढ़तियों को जगत सिंह नेगी की दो टूक

शिमला : हिमाचल सरकार ने वजन के हिसाब से सेब खरीद का फैसला लिया था. आढ़ती इस फैसला का विरोध कर रहे हैं और सरकार से बैठक के बाद भी हड़ताल पर चले गए हैं. गुरुवार के प्रदेशभर की सेब मंडियों में आढ़ती ने हड़ताल की है, यानी आज बागवानों का सेब मंडियों में नहीं खरीदा जा रहा है. आढ़तियों के इस रवैये को देखते हुए बागवानी मंत्री ने दो टूक कह दिया है कि सरकार अपना फैसला नहीं लेगी क्योंकि वजन के हिसाब से सेब खरीदने का फैसला बागवानों के हित में लिया गया है.

आढ़तियों का लाइसेंस करेंगे रद्द-बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा है कि कुछ आढ़ती सब को वजन के हिसाब से खरीद का विरोध कर रहे हैं. नेगी ने कहा कि सेब या फलों की बिक्री वजन के हिसाब से ही होगी, सरकार ये फैसला ले चुकी है और इस फैसले को सख्ती से लागू किया जाएगा. अगर कोई भी आढ़ती इस नियम का उल्लंघन करता है तो उसका लाइसेंस रद्द किया जाएगा और जो लोग लाइसेंस की वेटिंग में है उन्हें तुरंत लाइसेंस जारी किया जाएगा ताकि सेब का कारोबार चलता रहे. नेगी ने कहा कि बागवान लंबे वक्त से ये मांग कर रहे थे और सरकार ने बागवानों के हित में ये फैसला लिया है. देश का कानून और एपीएमसी एक्ट भी यही कहता है.

नियम ना मानने वाले आढ़तियों पर होगा एक्शन- जगत सिंह नेगी

मंडी का किया औचक निरीक्षण- बागवानी मंत्री ने कहा कि वो बागवान और आढ़तियों के साथ बैठक भी कर चुके हैं लेकिन इसके बावजूद आढ़ती इस फैसले का विरोध कर रहे हैं. बुधवार को बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने शिमला के संजौली स्थित भट्टाकुफर की क्षतिग्रस्त पुरानी सब्जी मंडी का औचक निरीक्षण किया था. इस मौके पर उनके साथ ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी थे. यहां जगत सिंह नेगी ने कहा कि भट्टाकुफर की पुरानी सब्जी मंडी चट्टानें गिरने से क्षतिग्रस्त हुई है, जिसे असुरक्षित घोषित किया गया है. उन्होंने कहा कि इस बारे में विभागीय टेक्निकल कमेटी मूल्यांकन कर 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सरकार को प्रस्तुत करेगी, उसके बाद ही सरकार सरकार निर्णय लेगी कि यह स्थल सब्जी मंडी निर्माण के लिए सुरक्षित है या नहीं. उन्होंने कहा कि सरकार भट्टाकुफर की इस सब्जी मंडी को पुनः निर्मित करने के लिए कार्य योजना तैयार करेगी ताकि ऊपरी क्षेत्रों के किसानों बागवानों को शिमला में ही फल व सब्जियों को बेचने की सुविधा मिल सके.

वजन के हिसाब से सेब खरीदने का फैसला नहीं होगा वापस- जगत सिंह नेगी

सख्ती से लागू किया जाएगा फैसला- बागवानी मंत्री ने यहां भी दोहराया कि सेब को किलो के हिसाब से खरीदा जाए, इस बारे में किसानों, व्यापारियों और आढ़तियों के साथ अनेकों बार बैठक कर सहमति से सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि ग्रेडिंग के हिसाब से यूनिवर्सल स्टैंडर्ड बनाया गया है और उस स्टैंडर्ड के मुताबिक एक यूनिवर्सल कार्टन में 24 किलो सेब आता है, इससे आढ़तियों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इसके लिए जो कानून बनाया गया है उसे सख्ती से लागू किया जाएगा.

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि पराला मंडी के साथ-साथ भट्टाकुफर स्थित पुरानी सब्जी मंडी को भी पुनः निर्मित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि ढली और भट्टाकुफर सब्जी मंडी में काफी पुराने आढ़ती हैं जो इस कारोबार से जुड़े हैं, लेकिन कुछ लोग और नए आढ़ती अफवाह फैला रहे हैं कि भट्टाकुफर की पुरानी सब्जी मंडी को बंद किया जा रहा है जबकि सरकार का ऐसा कोई इरादा नहीं है, क्योंकि जिला शिमला में बहुत से ऐसे किसान-बागवान हैं जो सिर्फ कृषि पर ही निर्भर हैं. इसके अतिरिक्त सब्जी लाने ले जाने वाले वाहन भी सीधे तौर पर इस व्यवसाय से जुड़े हैं जिनके मालिक इसी से ही रोजगार प्राप्त कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सब्जी मंडी का जो क्षेत्र क्षतिग्रस्त हुआ है उसको छोड़ कर अन्य सुरक्षित स्थान पर सब्जी मंडी का निर्माण किया जाएगा, जिसमें वाहन पार्किंग व दुकानों की संभावनाएं भी तलाशी जाएगी. उन्होंने कहा कि भट्टाकुफर सब्जी मंडी में सेब खरीदने की प्रक्रिया आढ़तियों द्वारा जारी है. अगर कोई भी आढ़ती सेब खरीदने से मना करता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी और उसका लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है.

जगत सिंह नेगी ने किया मंडी का औचक निरीक्षण

इसके बाद दोनों कैबिनेट मंत्रियों ने ढली स्थित किन्नौर-शिमला सब्जी मंडी का निरीक्षण भी किया और इस सब्जी मंडी के विस्तारीकरण के लिए संभावनाएं तलाशने के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी जारी किए. इस अवसर पर प्रबंध निदेशक मार्केटिंग बोर्ड हेमिस नेगी, एसडीएम शिमला ग्रामीण निशांत कुमार, एक्सईन मार्केटिंग बोर्ड हेमराज वर्मा, आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान प्रताप चौहान, उपप्रधान धर्मेश्वर सूद, प्रदेश कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष नरेंद्र ठाकुर, पूर्व प्रधान आढ़ती एसोसिएशन नाहर सिंह चौधरी, नगर निगम भट्टाकुफर पार्षद नरेंद्र ठाकुर सहित विभिन्न आढ़ती संघों के पदाधिकारी उपस्थित रहे.

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