हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

खेत-बगीचे में श्रम के मोर्चे पर फख्र से डटी हैं सीएम जयराम की मां, जरा भी नहीं बदली उनकी दिनचर्या

By

Published : Dec 11, 2019, 10:41 AM IST

Updated : Dec 11, 2019, 2:45 PM IST

हिमाचल के राजनीतिक आकाश में अचानक चमकते सितारे के रूप में उभरे जयराम ठाकुर के साथ बेशक वीवीआईपी तामझाम चलता है, लेकिन उनकी माता की दिनचर्या अभी भी पहले की तरह सादगी से भरपूर है. सीएम जयराम ठाकुर की माता ब्रिकमू देवी का मन आज भी अपने खेत-बगीचों में खूब रमता है.

cm jairam thakur mother bikramu devi
सीएम जयराम ठाकुर मां बिक्रमू देवी

शिमला: हिमाचल के राजनीतिक आकाश में अचानक चमकते सितारे के रूप में उभरे जयराम ठाकुर के साथ बेशक वीवीआईपी तामझाम चलता है, लेकिन उनकी माता की दिनचर्या अभी भी पहले की तरह सादगी से भरपूर हैं. सीएम जयराम ठाकुर की माता ब्रिकमू देवी का मन आज भी अपने खेत-बगीचों में खूब रमता है.

शिमला जिला से संबंध रखने वाले और सेब बागवानी से जुड़े दो युवा बागवान मनोज चौहान और कैलाश चौहान मंगलवार को सीएम जयराम ठाकुर के गांव तांदी पहुंचे थे. मनोज व कैलाश को भरोसा नहीं था कि वो सीएम जयराम ठाकुर के घर जाकर उनकी माता ब्रिकमू देवी से मिल सकेंगे, लेकिन गांव के लोग उन्हें वहां ले गए. दोनों युवा सीएम की माता की सादगी और स्नेह से भरे स्वागत से हैरान रह गए. उनके आश्चर्य का कोई ठिकाना नहीं रहा, जब सीएम की माता ने अपने खेत-बगीचों को लेकर उनसे खूब बातें कीं.

सीएम जयराम ठाकुर की माताजी बिक्रमू देवी

मनोज व कैलाश चौहान ने सीएम की माता को ताइवान में बना हुआ स्टील का लाइटवेट दराट दिया. इस भेंट को पाकर ब्रिकमू देवी खूब खुश हुईं. ब्रिकमू देवी ने पूछा-बेटा, इस दराट की क्या कीमत है? वे कीमत चुका कर दराट लेना चाहती थीं, लेकिन मनोज चौहान ने कहा कि ये दराट वो उन्हें भेंट स्वरूप दे रहे हैं. इस लाइटवेट दराट से खुश सीएम की माता ने खेत में कुछ लकड़ियां काटीं.

वीडियो रिपोर्ट

ब्रिकमू देवी ने बताया कि उनकी दिनचर्या पहले की तरह ही है. वे खेतों में काम करके खुशी महसूस करती हैं. जब मनोज चौहान ने उन्हें सेब के पौधों की प्रूनिंग करने वाले औजार के बारे में बताया तो ब्रिकमू देवी ने बालसुलभ जिज्ञासा से पूछा कि सेब के पौधे की छोड़ो क्या ये मौहरू या बान (स्थानीय बोली में जलावन की लकड़ी वाले पेड़) के पेड़ की टहनियां काट सकता है? सीएम की माता को अधिक चिंता जलावन वाली लकड़ी की थी. भेंट किए गए लाइटवेट दराट से भी उन्होंने लकड़ी काट कर देखी और ये जानकर खुश हुई कि इससे वे आसानी से लकड़ी काट सकेंगी. साथ ही पशुचारे के लिए पेड़ से पत्तियां भी काट सकेंगी.

लकड़ी काटते हुए सीएम जयराम ठाकुर की माताजी बिक्रमू देवी

सीएम के परिजनों की सादगी भी चर्चा में रहती है. यहां उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष जब उन्हें स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत का सामना करना पड़ा था तो वे आम मरीज की तरह मंडी अस्पताल में चैकअप करवाने लाइन में खड़ी हो गई थीं.

मेरा बेटा बेशक सीएम है, लेकिन वो तो बच्चों से भी मिल लेता है

सीएम की माता ने शिमला से आए मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें चाय बनाकर पिलाई. ब्रिकमू देवी को अपने सीएम बेटे की सादगी पर भी भरपूर विश्वास है. उन्होंने मनोज और कैलाश चौहान से कहा कि शिमला जाकर जयराम ठाकुर से जरूर मिलना. ब्रिकमू ने कहा-मेरा बेटा सरल स्वभाव का है और वो तो बच्चों से भी खुशी से मिलता है, तुम लोग भी जाना, वो तुमसे भी जरूर मिलेंगे.

रेड लव सेब के पौधे को लेकर जताई जिज्ञासा

मनोज चौहान ने ब्रिकमू देवी को बताया कि वे उन्हें लॉन में लगाने के लिए रेड लव किस्म का सेब का पौधा भेंट करेंगे. रेड लव सेब के फूल बहुत खूबसूरत होते हैं. ब्रिकमू देवी ने उक्त पौधे को लेकर खूब जिज्ञासा प्रकट की. उल्लेखनीय है कि मनोज चौहान हिमाचल के विख्यात युवा बागवान संजीव चौहान के छोटे भाई हैं. संजीव चौहान के नाम प्रति हेक्टेयर सेब की पैदावार का विश्व रिकार्ड है.

प्रगतिशील बागवान संजीव चौहान को सेब बागवानी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय कई पुरस्कार मिल चुके हैं. मनोज व कैलाश चौहान ने बताया कि वे ब्रिकमू देवी से मिलकर हैरान रह गए कि सीएम की माता वीवीआईपी तड़क-भड़क से दूर सादगी से श्रम से भरपूर जीवन बिता रही हैं. अन्य परिजनों में भी कोई अहम नहीं है कि वे सीएम के परिवार से संबंध रखते हैं.

ये भी पढ़ें: MC शिमला ने बुलाया स्पेशल हाउस, आयुक्त को पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाने की मांग

Last Updated : Dec 11, 2019, 2:45 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details