शिमला: हिमाचल में सीमेंट के दाम सरकार के सीधे नियंत्रण से बाहर हैं. उद्योग विभाग द्वारा सरकारी सीमेंट की आपूर्ति हेतु निविदाओं के माध्यम से सीमेंट का वार्षिक दर ठेका किया जाता है. वर्तमान में विभाग द्वारा सीमेंट का दर ठेका चार मुख्य सीमेंट कंपनियों के साथ किया गया है. यह बात उद्योगमंत्री ने चर्चा के दौरान कही. इससे पहले सदन में चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में 100 रुपये दाम बढ़ा है. उन्होंने कहा कि सरकार का सीमेंट उद्योगपतियों पर नियंत्रण नहीं है जिसका खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है.
VIDEO: प्रदेश में लगातार बढ़ते सीमेंट दाम पर मुकेश अग्निहोत्री के सवाल का उद्योग मंत्री ने दिया ये जवाब
उद्योग मंत्री उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में विभिन्न सीमेंट कंपनियों द्वारा खुले बाजार में सीमेंट के रेट मांग व पूर्ति के आधार पर अपने स्तर पर निर्धारित किये जाते हैं. उद्योग मंत्री ने कहा कि सीमेंट की कीमतों की तुलना की जाए तो औसतन बहुत ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है. हिमाचल में सीमेंट भाड़ा अधिक होने का सबसे बड़ा कारण वाहन भाड़ा है.
उद्योग मंत्री उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में विभिन्न सीमेंट कंपनियों द्वारा खुले बाजार में सीमेंट के रेट मांग व पूर्ति के आधार पर अपने स्तर पर निर्धारित किये जाते हैं. उद्योग मंत्री ने कहा कि सीमेंट की कीमतों की तुलना की जाए तो औसतन बहुत ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है. हिमाचल में सीमेंट भाड़ा अधिक होने का सबसे बड़ा कारण वाहन भाड़ा है. उद्योगमंत्री ने कहा कि सरकार के स्तर पर समय समय पर सीमेंट पर सीमेंट कंपनियों के साथ बैठक बुलाकर खुले बाजार में सीमेंट की दरों को कम करने के प्रयास किये जाते हैं.
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