शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस साल अब तक मानसून में बादल कम ही बरसे हैं. प्रदेश में जून महीने में सामान्य से 16 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड हुई है. इस बार 13 जून को प्रदेश में मानसून ने दस्तक दी थी. 13 से 30 जून तक प्रदेश में 84 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई.
इस अवधि में सामान्य बारिश 100 मिलीमीटर मानी गई है, जो सामान्य से 16 फीसदी कम है. मौसम विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार जून महीने में भारी वर्षा के पांच स्पेल हुए, इस दौरान 3, 10,11, 16 और 17 जून को भारी बारिश दर्ज हुई. सिरमौर, सोलन और ऊना जिलों में ही सामान्य से ज्यादा बारिश हुई. शेष सभी जिलों में बादल सामान्य से कम बरसे.
ऊना में 43 के पार पहुंचा पारा
जून माह में सबसे अधिक तापमान ऊना में नौ जून को 43.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ. जून 2013 में हिमाचल में सर्वाधिक 241 मिलीमीटर बारिश (सामान्य से 143 फीसदी अधिक) हुई थी. इस बीच बुधवार को भी प्रदेश भर में तेज धूप खिलने से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई. ऊना में अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ.
पहाड़ों पर हाल बेहाल
प्रचण्ड गर्मी से हिमाचल के पहाड़ भी तप रहे हैं. राजधानी शिमला में पारा 27.8 डिग्री, कल्पा में 26.1, केलंग में 25.3, डलहौजी में 24.7 व धर्मशाला में 31.4 डिग्री सेल्सियस रहा. इसके अलावा सुन्दरनगर में 36.7, भुंतर में 36.6, सोलन में 34.5, बिलासपुर में 38.5, हमीरपुर में 37.2, कांगड़ा में 38, चम्बा में 37.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया.
मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट
हालांकि मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में आने वाले दिनों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि मानसून की सक्रियता से पूरे प्रदेश में व्यापक बारिश होने के आसार हैं. राज्य के मैदानी और मध्य पर्वतीय इलाकों में पहली से चार जुलाई तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. पांच पर्वतीय जिलों शिमला, चम्बा, कुल्लू और मंडी व सिरमौर जिलों में दो व तीन जुलाई को भारी बारिश होने की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि छह जुलाई तक राज्य में बारिश का सिलसिला चलने का अनुमान है.
ये भी पढ़ें:मुख्य न्यायाधीश लिंगप्पा नारायण स्वामी के सम्मान में हाई-टी का आयोजन, कल हो रहे हैं सेवानिवृत