शिमलाःदेश के कई राज्य में कोरोना के बाद ब्लैक फंगस के मामले सामने आने लगे हैं. हिमाचल में अभी तक इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन आईजीएमसी प्रशासन भी ब्लैक फंगस को लेकर अलर्ट हो गया है. आईजीएमसी प्रशासन ने 4 डॉक्टर की कमेटी भी इसके लिए बना दी गई है और एहतियात के तौर पर प्रशासन ने पहले ही तैयारी करनी शुरू कर दी है.
इन विभाग के डॉक्टरों की बनाई कमेटी
आईजीएमसी शिमला के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक जनक राज ने बताया कि आईजीएमसी प्रशासन ने ब्लैक फंगस को ध्यान में रखते हुए 4 डॉक्टर जिसमें आंख, ईएनटी, डेंटल और माइकोलॉजी विभाग के डॉक्टर की कमेटी बनाई है ताकि इस तरह के मरीजों का समय पर इलाज किया जा सके.
गौरतलब है कि ब्लैक फंगस पोस्ट कोविड बीमारी है जिसमें 4 से 6 सप्ताह बाद दांत के नीचे या आंख के पिछड़े काले निशान पड़ने लगते है. वहीं, अगर ये बीमारी बढ़ जाए तो छाती में भी चली जाती है और थूक के साथ खून आने लगता है.
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