शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का जनसंख्या अनुसंधान केंद्र प्रदेश में स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाओं की सफलता के बारे में जानकारी जुटाएगा. अनुसंधान केंद्र की टीम जानकारी जुटाएगी कि हिमाचल में स्वास्थ्य सेवाएं किस हाल में है और लोगों को स्वास्थ्य योजनाओं से जुड़े लाभ मिल रहे हैं या नहीं.
टीम द्वारा जुटाई गई जानकारी के आधार पर नीति आयोग हिमाचल के लिए स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाओं को तैयार करेगा. एचपीयू के जनसंख्या अनुसंधान केंद्र को पांचवी बार राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के लिए चुना गया है, जिस पर केंद्र ने काम भी शुरू कर दिया है. इस बार राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण पांच के लिए मात्र दो ही विश्वविद्यालयों के जनसंख्या अनुसंधान के केंद्रों का चयन हो पाया है, जिसमें केंद्र दिल्ली विश्वविद्यालय और दूसरा एचपीयू का जनसंख्या अनुसंधान केंद्र शामिल है.
केंद्र की ओर से जिन खास स्वास्थ्य संबंधित बातों का डाटा लिया जाएगा, उसमें गर्वभती महिलाओं के साथ ही नवजात शिशुओं की मृत्यु दर, मातृत्व शिशु विकास, खून की कमी, परिवार नियोजन के साथ ही सेक्सुअल लाइफ ऑफ मैन वुमन और डोमेस्टिक वायलेंस भी शामिल रहेंगे. इस सर्वे को स्वास्थ्य का सबसे सटीक सर्वे माना जाता है. सर्वे के लिए सात लोगों की आठ टीमें तैयार की गई है, जिसमें एक निरीक्षक, दो स्वास्थ्य कर्मी और चार सामाजिक कार्यकर्ता शामिल है.