शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की स्वयत्तता बहाली की मांग प्रदेश के मुख्यमंत्री से की जा रही है. अपनी इसी मांग को लेकर सोमवार को एचपीयू के अधिकारी और कर्मचारी वर्ग ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात की और उनके सामने अपनी इस मांग को रखा. कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री से यह आग्रह किया है कि एचपीयू जो कि एक संस्था है उसे वित्तीय स्वयत्तता भी प्रदान होनी चाहिए.
एचपीयू कर्मचारी वर्ग की CM जयराम से मुलाकात
इस स्वयत्तता को बहाल करने के लिए कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री से 28(1) को हटाने की मांग की. कर्मचारियों ने कहा कि अगर इसे हटा दिया जाता है तो एचपीयू के कुलपति को एचपीयू में विकास कार्य करने की स्वतंत्रता मिलेगी जिससे विश्वविद्यालय का विकास हो सकेगा.
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कर्मचारियों का कहना है कि कांग्रेस सरकार के समय में एचपीयू की वितीय स्वयत्ता को छीनने का लिए 28(1) को लागू किया गया. इसके बाद से वित्त से जुड़े किसी भी मामलों का फैसला लेने की स्वतंत्रता ही एचपीयू कुलपति से छीन गई. इतना ही नहीं 28(1) के लागू होने से पहले भी 35(ए) लगाकर एचपीयू के कुलपति की वितीय शक्तियों पर लगाम लगाने की कोशिश की गई थी जिसे भाजपा सरकार ने ही समाप्त किया था.
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कर्मचारियों को आशा है कि मुख्यमंत्री उनकी मांग को पूरा करेंगे और 28(1) को हटा कर एचपीयू को वितीय स्वयत्ता प्रदान की जाएगी जिससे कि एचपीयू का विकास हो सके.
एचपीयू कर्मचारी वर्ग की CM जयराम से मुलाकात इसके साथ ही एचपीयू में स्वीपर पद पर कार्यरत कर्मचारियों का मानदेय बढ़ाने की भी मांग की. कर्मचारियों ने कहा कि रिपन अस्पताल में एक स्वीपर को 13 हजार रुपये मानदेय दिया जा रहा है जबकि एचपीयू में यह मात्र 6 हजार रुपये है. वहीं, मुख्यमंत्री ने भी एचपीयू के अधिकारियों और कर्मचारियों की ओर से उनके समक्ष रखी गयी सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है.