शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय दूरवर्ती शिक्षा एवं मुक्त अध्ययन केंद्र में छात्रों को वर्ष में दो बार प्रवेश मिलेगा. एक बार जनवरी माह में तो दूसरी बार जुलाई माह में छात्र इक्डोल में प्रवेश ले सकेंगे.
विश्वविद्यालय की कार्यकारिणी परिषद की बैठक में आज इक्डोल में वर्ष में दो बार प्रवेश देने को लेकर मंजूरी दी गई है. विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर सिकंदर कुमार की अध्यक्षता में आयोजित हुई कार्यकारिणी परिषद की बैठक में विश्वविद्यालय में इसी सत्र से से चार नए विभाग शुरू करने के साथ ही यूजी परीक्षाओं ओर इक्डोल में फीस वृद्धि, एचपीयू में रिक्त पदों को भरने के साथ ही अन्य कई महत्वपूर्ण फैसलों पर मंजूरी की मुहर लगाई गई.
कार्यकारिणी परिषद की बैठक में फैसला लिया गया है विश्वविद्यालय में इसी सत्र से रक्षा अध्ययन विभाग,पर्यावरण विज्ञान विभाग, पुस्तकालय विज्ञान विभाग और माइक्रो बायोलॉजी विभाग आरंभ किए जाएंगे. इसके साथ ही एम फिल, एमटेक, एलएलएम, पीएचडी के छात्रों की प्रयोगशाला परीक्षाएं और मौखिक परीक्षाएं जो कोविड 19 कि वजह से प्रभावित हुई उन्हें दिसंबर 2020 में ऑनलाइन करवाया जाएगा.
वहीं, अगर इसके बाद भी परिस्थितियां इसी तरह की बनी रहती हैं तो यह परीक्षाएं ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से करवाई जाएंगी. परिषद की बैठक में पीएचडी और छात्रों के शोध कार्यों को बिना किसी विलंब शुल्क के दिसंबर 2020 तक जमा करवाने की शक्ति प्रदान की गई है.
कोविड की वजह से शोध कार्य भी प्रभावित हुआ. जिसके चलते कार्यकारिणी परिषद की बैठक में यह फैसला लिया गया है. बैठक में एसवीएचडी महाविद्यालय भटोली ऊना की प्रबंधन समिति को बहाल करने की शक्ति प्रदान की गई. इस पर लंबे समय से प्रतिबंध लगाया गया था.
वहीं विश्वविद्यालय से संबद्ध एलआर विधिक अध्ययन संस्थान उच्च घाट जिला सोलन की संबद्धता को रद्द करने के साथ ही इस संस्थान में नए सत्र में कोई भी प्रवेश ना दिए जाने का फैसला भी लिया गया.मानदेय देने की मंजूरीकार्यकारिणी परिषद की बैठक में कई विषयों में परीक्षा शुल्क में विसंगतियों को दूर करने की स्वीकृति भी प्रदान की गई.
विश्वविद्यालय ने रिसोर्स मोबिलाइजेशन कमेटी की सिफारिशों पर इक्डोल में 10 फीसदी फीस वृद्धि के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है. बैठक में वित्त समिति की ओर से अनुमोदित सभी शिक्षकों, गैर शिक्षकों के पदों को विज्ञापित करने और उन्हें भरने की स्वीकृति प्रदान की गई है, जिसमें रीजनल सेंटर धर्मशाला में शिक्षकों और गैर शिक्षकों के पदों को सृजित करने की मंजूरी भी बैठक में दी गई.
वहीं, विश्वविद्यालय में आउटसोर्स पर भर्ती करने के वित्त कमेटी की सिफारिश को कार्यकारिणी परिषद ने खारिज किया गया है. बैठक में यूआईटी यूआई एलएस एमसीएल प्रदर्शन कला और अन्य विभागों में ऑनलाइन प्रैक्टिकल परीक्षा आयोजित करने की शक्ति भी प्रदान की गई.
विश्वविद्यालय में होने वाली ऑनलाइन बैठकों में उपस्थित सदस्यों को नियम के अनुसार मानदेय देने की मंजूरी दी. कार्यकारिणी परिषद की बैठक में दी गई है. इसके साथ ही अकादमी परिषद की सिफारिशों को मंजूरी प्रदान की गई जिसके तहत कई विभागों के पाठ्यक्रम को अपडेट किया जाएगा.
एमकॉम के छात्रों को डिग्री पूर्ण करने का मिलेगा मौका
एचपीयू कार्यकारिणी परिषद की बैठक में एमकॉम के छात्रों को अपनी डिग्री पूर्ण करने के लिए सुनहरा अवसर प्रदान करने को लेकर भी मंजूरी दी गयी है. इसके साथ ही बोर्ड ऑफ स्टडीज और आरडीसी सहित अन्य बैठकों को ऑनलाइन आयोजित करने की और विश्वविद्यालय में देय वर्तमान मानदेय देने के प्रस्ताव पर भी मंजूरी प्रदान की गई है.
कार्यकारिणी परिषद की बैठक में यूजी ओर पीजी परीक्षाओं को करवाने के लिए एचपीयू की तैयारियों को लेकर भी चर्चा की गई. चर्चा के उपरांत यह फैसला लिया गया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय, गृह मंत्रालय, राज्य शिक्षा विभाग के तय नियम, आदेशों पर ही यूजी और पीजी की परीक्षाएं विश्वविद्यालय की ओर से करवाई जाएंगी.
विश्वविद्यालय ने इन परीक्षाओं के लिए अपनी तैयारियां पूरी कर ली है और सभी नियमों का पालन करते हुए यह परीक्षाएं करवाई जाएंगी. यूजी, पीजी परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कोविड-19 के चलते संबंधित महाविद्यालयों और विभागों में ही करवाने के प्रस्ताव को भी कार्यकारिणी परिषद की बैठक में मंजूर किया गया,जिससे की परीक्षा परिणाम सही समय पर घोषित किया जा सके.