शिमलाःतेलंगाना सरकार ने हाल ही में TSRTC के 48 हजार हड़ताली कर्मचारियों को एकमुश्त बर्खास्त किया है. जिसके विरोध मे बुधवार को देशभर के चालकों और परिचालकों ने धरने प्रदर्शन करने शूरु कर दिए हैं. इसी कड़ी में शिमला में भी परिवहन निगम के चालक व परिचालक तेलंगाना परिवहन निगम से निकाले गए कर्मियों के समर्थन में सड़कों पर उतरे.
शिमला में परिवहन मजदूर संघ के बैनर तले चालकों और परिचालकों ने तेलंगाना सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. परिवहन मजदूर महासंघ हिमाचल के राष्ट्रीय महामंत्री सुभाष वर्मा ने बताया कि तेलंगाना सरकार के मुखिया ने एक तानाशाह वाला निर्णय लिया है. जिसका देशभर में विरोध हो रहा है.
सुभाष वर्मा ने बताया कि तेलंगाना सरकार ने अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे परिवहन विभाग के कर्मचारियों और चालकों-परिचालकों को एकमुश्त बर्खास्त किया है. जो कि असंवैधानिक निर्णय है और तेलंगाना सरकार ने परिवहन कर्मचारियों के बर्खास्त के ऑर्डर को रद्द नहीं किया तो दिल्ली के जंतर-मंतर में देशभर के चालक और परिचालक विशाल धरना प्रदर्शन करेंगे.
- TSRTC के हड़ताली कर्मचारियों की मांगेंः
करीब 50,000 कर्मचारी सरकार के साथ टीएसआरटीसी के विलय सहित 26 सूत्री मांगों को लेकर शुक्रवार आधी रात से हड़ताल पर हैं. कर्मचारियों की मांग है कि
- आन्ध्र प्रदेश की तरह तेलंगाना राज्य परिवहन सड़क निगम का राज्य सरकार के साथ मर्जर हो
- आन्ध्रा की तरज पर ही TSRTC कर्मचारियों के रिटायरमेंट की उम्र 60 साल की जाए.
- 2017 से लंबित वेतन संशोधन को किया जाए.
- काम का बोझ कम करने के लिए TSRTC में नई भर्तियां हों.
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