शिमला: ऑल हिमाचल एसोसिएशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म फोरम ने पर्यटन उद्योग से जुड़े उपभोक्ताओं को दी गई छूट के लिए सरकार का धन्यावाद किया है. फोरम ने पर्यटन कारोबारियों को बिजली में मिली रियायतों के साथ ही बार लाइसेंस फीस और नियमों में दी गई छूट का स्वागत किया है.
फोरम ने अपनी पर्यटन से जुड़ी 18 एसोसिएशन की तरफ से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार व्यक्त किया है. फोरम का कहना है कि COVID-19 के कारण हिमाचल का पर्यटन उद्योग सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. ऐसे में सरकार की ओर से जो रियायतें दी गई हैं, उससे पर्यटन कारोबारियों को बड़ी राहत मिली है.
फोरम के राज्य संयोजक मोहिंद्र सेठ ने प्रदेश सरकार का धन्यावाद करते हुए कहा कि पानी के बिलों पर लगने वाला सरचार्ज, प्रॉपर्टी टैक्स में छूट, बैंकिंग सेक्टर में रियायती दर पर ऋण और स्टाफ को होल्ड रखने के लिए भी सरकार आर्थिक मदद पर्यटन उद्योग को देगी.
मोहिंद्र सेठ ने कहा कि अभी भी पर्यटन उद्योग को कोविड-19 से लंबी लड़ाई लड़नी है. पर्यटन उद्योग को एक बार फिर शुरू होने के लिए 12 से 18 महीने का समय लग सकता है. उन्होंने कहा कि जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं आती है तब तक लोग पर्यटन स्थलों पर जाने से परहेज करेंगे. हिमाचल में जिन राज्यों से अधिकतर पर्यटक आते हैं वह राज्य कोरोना के चलते काफी गंभीर स्थिति में है.
महिंद्र सेठ ने कहा कि इस बार भी समर सीजन पूरी तरह से हाथ से जा चुका है और पूरा पर्यटन कारोबार ठप पड़ा है. हिमाचल में जनसंख्या का 10 प्रतिशत भाग रोजगार के लिए पर्यटन पर निर्भर करता है. ऐसे में इन लोगों की रोजी रोटी चलती रहे इसके लिए पर्यटन कारोबारियों को सरकार की मदद की आवश्यकता है. मोहिंद्र सेठ ने विश्वास जताते हुए कहा कि सरकार उन्हें हर संभव मदद देगी.
मोहिंद्र सेठ ने कहा कि हिमाचल में सभी होटल, रेस्त्रां, रोप-वे, वॉटर स्पोर्ट्स, ट्रैवल एजेंट्स, फोटोग्राफर्स, टैक्सी, टूरिस्ट गाइड और अन्य सभी टूरिज्म यूनिट्स की मुख्य आमदनी समर सीजन पर ही निर्भर करती है. होटलों और अन्य टूरिज्म यूनिट्स के फिक्स्ड एक्सपेंडिचर दूसरी इंडस्ट्रीज के मुकाबले सबसे अधिक होते हैं चाहे होटल में ऑक्यूपेंसी हो या ना हो. ऐसे में इस व्यवस्था को बनाये रखने के लिए भी राहत प्रदान करने की मांग वह सरकार से करते हैं.